मंगलनाथ मंदिर में 81 लाख से अधिक की रिकॉर्ड आय:शासकीय रसीद व भेंटपेटी से मंदिर समिति को मिली राशि

मंगलनाथ मंदिर में 81 लाख से अधिक की रिकॉर्ड आय:शासकीय रसीद व भेंटपेटी से मंदिर समिति को मिली राशि

श्री महाकालेश्वर मंदिर के बाद श्री मंगलनाथ मंदिर दूसरा ऐसा मंदिर है। जहां दो महिने के दौरान रिकार्ड आय हुई है। यह आय मंदिर समिति द्वारा विभिन्न पूजा के लिए काटी जाने वाली शासकीय रसीदों व मंदिर में लगी भेंट पेटी से प्राप्त हुई है।श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर का विस्तारीकरण होने और श्री महाकाल लोक के शुभारंभ के बाद देश-विदेश से श्रद्धालु शहर पहुंच रहे है। ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महामंगल के स्थान…

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सोमवार भस्म आरती दर्शन:मस्तक पर चंद्र धारण कर भगवान महाकाल का श्रृंगार

सोमवार भस्म आरती दर्शन:मस्तक पर चंद्र धारण कर भगवान महाकाल का श्रृंगार

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार तड़के 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। इसके बाद पंडे – पुजारियों ने दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। मस्तक पर चंद्र अर्पित कर भगवान महाकाल का श्रृंगार किया। भगवान महाकाल ने मस्तक पर रजत चंद्र के साथ सुगंधित पुष्प अर्पित किया गया।…

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संझा पर्व: मालवांचल में आज से होगा शुरू, घर की दीवारों पर मांडे जाएंगे मांडने, शाम होते ही गूंजेंगे गीत

संझा पर्व: मालवांचल में आज से होगा शुरू, घर की दीवारों पर मांडे जाएंगे मांडने, शाम होते ही गूंजेंगे गीत

हर वर्ष श्राद्ध पक्ष के सोलह दिनों तक मालवांचल में संझा के माण्डनों का अंकन होता है। कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की कामना में संझा के माण्डने घर के आंगन की दिवार पर माण्डती है ओर उसे प्रत्येक दिन, क्रमवार सजाती है। गोबर को दीवार पर लिपकर उसके ऊपर अंकन किए जाते हैं। मान्यता है कि संझा केवल 16 वर्ष ही जीवित रही। इस दौरान उसने जहां अपना बचपन मायके में हंसी-ठिठोली के साथ बड़े…

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शनिवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल का हनुमान जी के स्वरूप में श्रृंगार

शनिवार भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल का हनुमान जी के स्वरूप में श्रृंगार

बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार तड़के 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। इसके पश्चात भगवान महाकाल को जल से स्नान कराया गया। पंडे – पुजारियों ने दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से बाबा महाकाल का अभिषेक पूजन किया। भगवान महाकाल ने मस्तक पर चंदन का तिलक बिल्बपत्र पुष्प अर्पित कर हनुमान जी के स्वरूप में श्रृंगार किया गया। भस्म आरती के दौरान…

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विशिष्ट संयोगों का महालय श्राद्ध पक्ष 29 सितंबर से:महालय श्राद्ध पक्ष का आरंभ, श्राद्ध पूरे 16 दिन के होंगे

विशिष्ट संयोगों का महालय श्राद्ध पक्ष 29 सितंबर से:महालय श्राद्ध पक्ष का आरंभ, श्राद्ध पूरे 16 दिन के होंगे

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से महालय श्राद्ध का आरंभ हो जाता है। इस बार महालय श्राद्ध का आरंभ 29 सितंबर को शुक्रवार के दिन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र, वृद्धि योग, बव करण, मीन राशि के चंद्रमा की उपस्थिति में होगा। श्राद्ध पूरे 16 दिन के रहेंगे। ज्योतिषाचार्य पं. अमर डिब्बेवाला ने बताया कि किसी भी पर्व काल की शुरुआत यदि विशिष्ट ग्रह नक्षत्र के साक्षी में हो तो वह विशेष प्रकार से फल…

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रंग बिरंगी झाकियों से रोशन हुआ शहर:अनंत चतुर्दशी पर बड़ी संख्या में पहुंचे लोग

रंग बिरंगी झाकियों से रोशन हुआ शहर:अनंत चतुर्दशी पर बड़ी संख्या में पहुंचे लोग

अनंत चतुर्दशी पर झिलमिल करती झाकियों का लम्बा करवा निकला जिसमें बड़ी संख्या में लोग देर रात तक मौजूद रहे। रात 10 बजे से चामुंडा माता चौराहे से निकली झाकियों से शहर रोशन दिखाई दिया। सबसे पहले नगर निगम की पुष्पक विमान से माता जानकी को ले जाते हुए रावण श्री राम का मारीच उद्धार कलश से छूटे फव्वारे और स्वच्छता का सन्देश देती झांकिया निकली। पीएचई द्वारा बनाई गयी चंद्रयान तीन की झांकी को…

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धूमधाम से निकली कालभैरव की सवारी:मंदिर में विभिन्न फलों से हुई साज-सज्जा, जेल प्रशासन ने कालभैरव की अगवानी की

धूमधाम से निकली कालभैरव की सवारी:मंदिर में विभिन्न फलों से हुई साज-सज्जा, जेल प्रशासन ने कालभैरव की अगवानी की

उज्जैन डोल ग्यारस पर सोमवार को शाम चार बजे से भैरवगढ़ क्षेत्र में स्थित काल भैरव मंदिर से बाबा कालभैरव की सवारी निकली। सवारी से पूर्व बाबा का आकर्षक शृंगार किया गया व परंपरा अनुसार सिंधिया परिवार की ओर से पगड़ी धारण कराई गई थी। सवारी निकलने के पहले कलेक्टर ने बाबा कालभैरव की प्रतिमा का पूजन आरती कर सवारी को आगे बढ़ाया। इस अवसर पर कालभैरव मंदिर में दिल्ली के एक भक्त के द्वारा…

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भस्म आरती दर्शन शुक्रवार: चंदन, भांग, चेरी और बिल्ब पत्र अर्पित कर भगवान गणेश के रूप में श्रृंगार

भस्म आरती दर्शन शुक्रवार: चंदन, भांग, चेरी और बिल्ब पत्र अर्पित कर भगवान गणेश के रूप में श्रृंगार

 श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान 3 बजे मंदिर पट खुलते ही पंडे पुजारी ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। भगवान महाकाल का जलाभिषेक और दूध, दही, घी, शक्कर, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया। हरि ओम का जल अर्पित किया गया। कपूर आरती के बाद भगवान के मस्तक पर चेरी, भांग, चंदन और बिल्ब पत्र अर्पित कर भगवान गणेश के रूप में श्रृंगार किया।…

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भस्म आरती दर्शन: भांग, चंदन, सूखे मेवों से बाबा महाकाल का गणेश रूपी दिव्य श्रृंगार

भस्म आरती दर्शन: भांग, चंदन, सूखे मेवों से बाबा महाकाल का गणेश रूपी दिव्य श्रृंगार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार तड़के भस्म आरती के दौरान तीन बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों गणेश रूपी दिव्य श्रृंगार किया गया। रजत का त्रिपुण्ड और चंद्र अर्पित कर भगवान महाकाल को भस्म चढ़ाई गई, शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष…

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गणेश चतुर्थी के लिए मिट्टी की गणेश प्रतिमा तैयार:3 से 15 फीट तक ऊंची प्रतिमाओं को बंगाल के कलाकारों ने 4 माह में बनाया

गणेश चतुर्थी के लिए मिट्टी की गणेश प्रतिमा तैयार:3 से 15 फीट तक ऊंची प्रतिमाओं को बंगाल के कलाकारों ने 4 माह में बनाया

19 सितम्बर को भगवान गणेश की स्थापना का दिन गणेश चतुर्थी है। घर घर गणेश जी की स्थापना के लिए बंगाल से आए कलाकारों ने मिटटी के गणेश तैयार कर दिए है। बंगाल से कलाकारों ने 3 से 15 फ़ीट की मुर्तिया बनाकर तैयार की है । अब जल्द ही भगवान गणेश की मूर्तियों का बाजार सजने लगेगा। शहर के बंगाली चौराहे स्थित प्रति वर्ष की तरह इस बार भी बंगाल के 8 मूर्ति कलाकार…

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