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चौबीस खंबा से शुरू हुआ पूजन, खुशहाली की कामना
महाअष्टमी पर माता मंदिरों में मदिरा की धार
चैत्र नवरात्रि की महाअष्टमी पर आज सुबह से माता मंदिरों में मदिरा की धार चढ़ाकर भोग लगाया गया। चौबीस खंबा मंदिर से शुरू हुआ नगर पूजन का क्रम 27 किलोमीटर मार्ग में माता व भैरव मंदिरों तक पहुंचा।
निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविन्द्रपुरीजी महाराज की ओर से सुबह 8 बजे चौबीस खंबा माता मंदिर में मदिरा की धार चढ़ाने के साथ पूजन प्रारंभ हुआ। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुगण व मंदिर के पुजारी मौजूद रहे।
महामाया और महालाया माताजी को मदिरा की धार चढ़ाने के बाद भक्तों का दल तांबे की हांडी में मदिरा भरकर नगर के अन्य माता मंदिरों में पूजन के लिये रवाना हुआ। 27 किलोमीटर लंबे मार्ग पर मदिरा की अटूट धार लगाई गई और रास्ते में आने वाले माता व भैरव मंदिर पर पूरी, भजिये के साथ मदिरा अर्पित की गई।
श्रीराम के जन्मोत्सव की धूम
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी अपरान्ह पूर्व के पश्चात नवमी तिथि लगने पर शहर में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। दोपहर 12 बजे श्रीराम मंदिरों में शंख, घंटे घडिय़ाल की मंगल ध्वनि के बीच भये प्रकट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी की गूंज सुनाई दी। मंदिरों में भगवान श्रीराम का पंचामृत अभिषेक पूजन के पश्चात श्रृंगार किया गया और उसके बाद प्रसादी वितरण भी हुआ।