- बाबा महाकाल का भांग चन्दन त्रिपुण्ड अर्पित कर श्रृंगार
- 10वीं और 12वीं एमपी बोर्ड का रिजल्ट आज जारी होगा
- बाबा महाकाल का श्रीगणेश स्वरूप में श्रृंगार
- त्रिपुंड अर्पित कर बाबा महाकाल का रुद्राक्ष की माला और ड्रायफ्रूट से श्रृंगारित किया गया
- बाबा महाकाल का त्रिपुंड, त्रिनेत्र, चंद्र सहित भांग अर्पित कर श्रृंगार
अधर्म: सरकारी जमीन पर धर्म की आड़ में कारोबार
मंदिर में वृद्ध को खंभे से बांधकर पीटा, वीडियो वायरल
फाजलपुरा में कुछ कतिपय लोगों ने सरकारी जमीन पर मंदिर बनाने की आड़ में दुकान बनाकर व्यापार शुरू कर दिया। मामले का खुलासा उस समय हुआ जब हाल ही में मंदिर में दर्शन करने गए एक वृद्ध को बांधकर पीटा गया। घटना में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है लेकिन वीडियो सामने आने के बाद पुलिस संज्ञान ले सकती है।
फाजलपुरा स्थित नगरकोट मार्ग पर श्रीराम रामेश्वर मंदिर बना हुआ है। सूत्रों के अनुसार यह मंदिर के कथित पुजारी परिवार ने सरकारी जमीन पर स्थित मंदिर की आड़ में पहले अपना आशियाना बनाया और फिर बड़ी दुकान बनाकर व्यापार भी शुरू कर दिया।
खास बात यह है कि मंदिर में आम लोगों को दर्शन की अनुमति नहीं है। संभवत: यही वजह है कि हाल ही में रामनवमी पर एक वृद्ध को मंदिर में खंभे से बांधकर प्रताडि़त किया गया है। शायद पुलिस रिपोर्ट नहीं होने से अब तक घटना का पता नहीं चल सका लेकिन पुजारी जानकी गुरु ने वृद्ध के साथ हरकत करने की बात स्वीकार की है।
सरकारी रिकॉर्ड में नहीं मंदिर
मामला बुधवार को उस समय आया जब एक सुधी पाठक ने अक्षरविश्व को वृद्ध के साथ हुई घटना का वीडियो भेजा। मामले यह पुख्ता जानकारी तो नहीं मिल सकी कि वृद्ध कौन और कहां का है और उसे प्रताडि़त करने की वजह क्या है लेकिन राजस्व अधिकारियों से रिकाूर्ड में मंदिर सरकारी नहीं होने की पुख्ता जानकारी मिली है।
एसपी तक पहुंचा वीडियो
वृद्ध को बांधकर पीटने का वीडियो सामने आने पर एसपी सचिन अतुलकर व एएसपी नीरज पांडेय को भी भेज दिया गया। संभवत: जल्द ही पुलिस मामले में संज्ञान ले सकती है। वहीं अब प्रशासन को भी सरकारी जमीन पर कब्जा कर मंदिर की आड़ में चल रहे व्यवसाय की जानकारी भेजी जाएगी जिससे धर्म की आड़ में गलत काम न हो सके।
गलतफहमी में स्वीकारी घटना
इस संबंध में जानकी गुरु को मोबाइल ९८२६४-७१४३७ पर कॉल किया तो वे अपने मित्र किसी जायसवाल की कॉल समझ कर बात करने लगे। उन्होंने वृद्ध को बांधने की बात मानते हुए वीडियो बनाने को मूर्खता बता दिया। जब उन्हें बताया कि कॉल प्रेस से है तो वे पलट गए। उन्होंने घटना और जमीन पर कब्जे की बात से इंकार कर दिया।