- बाबा महाकाल का त्रिपुंड, त्रिनेत्र, चंद्र सहित भांग अर्पित कर श्रृंगार
- महाकाल मंदिर में सोमयज्ञ की तैयारी
- भस्मआरती में बाबा महाकाल का वैष्णव तिलक लगाकर श्रृंगार किया गया
- महाकाल मंदिर में चल रहे फायर सेफ्टी सिस्टम कार्य की सुरक्षा जांच करने पहुंची टीम
- बाबा महाकाल का चांदी के बिल पत्र और चंद्रमा लगाकर श्रृंगार किया गया
के .डी पेलेस
यह स्थान सिद्धनाथ से करीब तीन किलोमीटर और स्टेशन से करीब 11 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यहां पर सूर्य देवता का मंदिर था एवं इस स्थान के निकट ही कालियादेह ग्राम भी स्थित है। इस स्थान को पुराणों में ब्रहमकंुड भी कहा जाता है। चार सौ वर्ष पूर्व नसीरूद्दीन खिलजी ने मूल स्थान को तोडकर कालियादेह महल बनवाया था। यह महल प्राचीन महलों में से एक है। यह स्थान अब एक जीर्ण स्थान में परिवर्तित हो चुका है।