कंजरों से निपटने के लिए पुलिस के साथ गांव के 25 युवक कर रहे रात्रिगश्त

उज्जैन | इंदौररोड पर पांच दिन पहले हुई दो ट्रैक्टर लूट की घटना के बाद कंजरों से निपटने के लिए पुलिस के साथ ग्रामीण आगे आए हैं। इंदौररोड पर कंजरों का आतंक है। वे लूटपाट, ट्रक कटिंग और चोरी से दहशत फैला रहे हैं। दो माह पहले ट्रांसपोर्टरों को नानाखेड़ा थाने का घेराव तक करना पड़ा था, जिसके बाद पुलिस ने कंजरों को फायर कर दौड़ाया था। कुछ दिनों तक इस कारण कंजर वारदात करने नहीं आए लेकिन मानसून सत्र खत्म होता देख कंजर फिर सक्रिय हो गए। 1 सितंबर को रात 12.30 बजे दो नए ट्रैक्टर लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस ने तब पांच घंटे घेराबंदी की तो बदमाश आलमपुर उड़ाना के कच्चे रास्ते पर ट्रैक्टर छोड़ भाग निकले थे। घटना के बाद एसपी सचिन अतुलकर ने नानाखेड़ा पुलिस से कहा कुछ भी हो वारदात नहीं होना चाहिए। थाने में बल की कमी को देखते हुए पुलिस ने पंथपिपलई के ग्रामीणों से मदद मांगी। पहले उन्होंने मना किया, फिर मान गए। दो कोटवार समेत 25 युवक तीन दिन से डंडा थामकर नानाखेड़ा पुलिस के साथ इंदौररोड के गांवों में गश्त कर रहे हैं। इनमें सस्पेंड एसआई जेआर परमार, एएसआई आरएनएस चौहान भी शामिल है। नानाखेड़ा टीआई विवेक गुप्ता ने एसपी सचिन अतुलकर को बताया इंदौररोड पर कंजर सक्रिय हैं। हथियारों से लैस कंजर एक-दो पुलिसकर्मियों से काबू आना संभव नहीं है। कंजरों को रोकने के लिए पंथपिपलई पर स्थायी चौकी जरूरत है।

गांव वालों से मांगी मदद
नानाखेड़ा हाईवे का थाना है, जिसकी सीमा 20 किलोमीटर में है व 22 गांव थाने के अंतर्गत है। वर्तमान में 50 से भी कम का बल है। एसपी से बल पूर्ति की मांग की है। गश्त में गांव के लोगों की मदद ली जा रही है। शंकुतला रुहल, सीएसपी

Leave a Comment