तेज गेंदबाज जैसी बनने की चाह में उज्जैन की लड़की सीएम हाउस पहुंची

उज्जैन | सबसे तेज महिला गेंदबाज झूलन गोस्वामी जैसी बॉलर बनने की चाह में उज्जैन के एक गांव की लड़की अपना घर छोड़कर सीएम से मदद मांगने भोपाल स्थित सीएम हाउस पहुंच गई। यहां सीएम से मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन खेल विभाग के अधिकारियों ने उसे समझाकर परिजनों के साथ घर भेज दिया। साथ ही बिना बेंगलुुरु पेस एकेडमी जाए उज्जैन में ही कोचिंग लेने का तरीका भी समझा दिया।

घर से 20 हजार लेकर निकली
घर से 20 हजार रुपए लेकर निकली जूनियर झूलन (परिवर्तित नाम) ने पत्रिका को बताया कि मुझे टीम इंडिया से खेलना है। इसलिए बेंगलूरु की पेस एकेडमी जाना चाहती हूं। मेरे पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए मुझे सीएम (मामा) शिवराज की याद आई। मैं तो यही सोचकर भोपाल आई थी कि उनसे मिलते ही मेरा काम हो जाएगा। यहां तो उनसे मुलाकात तक नहीं हो पाई। खैर अब मैं उज्जैन में ही कोचिंग लेकर आगे बढऩे की कोशिश करूंगी। दरअसल जूनियर झूलन को सीएम हाउस के सिक्योरिटी गार्ड ने खेल विभाग भेज दिया। वहां से वह जिला खेल अधिकारी जोंस चाको के पास पहुंच गई। चाको ने उसको समझाया और परिजन को भोपाल बुलवा लिया।

घर से झूठ बोलकर निकली थी
जूनियर झूलन बुधवार सुबह 10 बजे घर से दूसरे गांव जाने का कहकर उज्जैन पहुंची। वहां से ट्रेन पकड़कर शाम 5 बजे भोपाल पहुंची। रात एक होटल में रात गुजारी। शाम को ही मोबाहल और सिम खरीदा फिर गुरुवार सुबह सीएम हाउस पहुंची। वहां सिक्योरिटी गार्ड ने बताया सीएम बहुत व्यस्त हैं, मिल नहीं पाएंगे। इस बीच जब वह बुधवार रात को घर नहीं पहुंची तो उसके पिता ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी।

 

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