ये हैं उज्जैन के ऐसे युवा, जिनकी जिद पर फिदा हुए बॉलीवुड स्टार्स

उज्जैन. कुछ महीनों पूर्व शाहरुख खान की फिल्म फैन में किसी सेलिब्रिटी के प्रति उसके फैन की दीवानगी के चरम को दर्शाया था। फिल्म के फैन गौरव चानना की ही तरह बॉलिवुड सेलिब्रिटी के कुछ ऐसे ही ऑरिजनल फैन शहर में भी हैं। फिल्म में गौरव का किरदार निभा रहे शाहरुख तो अपने हीरो से मिलने और उसके सबसे बड़े फैन का हक जताने के लिए फैन से जबरा फैन (जर्बदस्ती करने वाला) हो गए थे लेकिन शहर के इन फैन्स ने लंबे इंतजार का धेर्य रखकर अपने हीरो के दिल में खास जगह बना ली है, इसीलिए यह जबरा नहीं बल्कि शहर के जर्बदस्त फैन हैं जिनकी दीवानगी की बात दूसरों से जुदा है।

ठान लिया था, जब तक ऋतिक नहीं बुलाएंगे, नहीं जाऊंगा
अभिजीत ने ऋितक की ही तरह हाथ पर टैटू बनवा रखा है। यहां तकि ऋतिक जैसे कपड़े पहनते और जिन लुक्स में उनके फोटोग्राफ्स आते हैं, अभिजीत भी वैसे ही कपड़े पहकनकर उन्ही स्टाइल की फोटोग्राफी करवाते हैं। ऋतिक जैसी ड्रेस या तो वह आर्डर पर बनवाते हैं या फिर ऋतिक की कंपनी एचआरएक्स से मंगवाते हैं। उनके पास ऐसी ३०-४० डे्रसेस हैं। ऋतिक की एनव्हाय लिखी केप तो उन्होंने अपने दोस्त से दुबाई से मंगवाई है।

फिल्म काबिल की सक्सेस पार्टी में बुलाया
एमआर-5 रतन एवेन्यू निवासी अभिजीत शर्मा की ऋतिक रोशन के प्रति दीवानगी असाधारण है। वह शुरुआत से ऋतिक के जर्बदस्त फैन तो है ही, उनसे मिलने के लिए १७ साल के लंबे इंतजार का धैर्य भी रखा। वर्ष २००० में आई ऋतिक की पहली फिल्म कहो ना प्यार है बाद से ही अभिजीत ने उनसे मिलने का ठान लिया था, यह भी संकल्प कर लिया कि जब तक ऋतिक स्वयं नहीं बुलाएंगे वह मप्र से बाहर नहीं निकलेंगे। उन्होंने ऋतिक की न सिर्फ हर फिल्म देखी बल्कि सभी के टिकट का कलेक्शन भी है। ऋतिक से मिलने के लिए अभिजीत लगातार उन्हें लेटर लिखते रहे और १७ साल के इंतजार के बाद अप्रैल २०१७ में ऋतिक ने फिल्म काबिल की सक्सेस पार्टी में उन्हें मुंबई बुला ही लिया। अभिजीत ने उन्हें टिकट कलेक्शन, डे्रस कलेक्शन आदि दिखाए जिसे देखकर ऋतिक भी हतप्रद रह गए। हाल में उन्होंने एक्सरसाइज से जुड़े ऋतिक के एक कॉम्पिटिशन में फस्र्ट प्राइज भी जीता है।

छोड़े कई अवसर, नहीं छोड़ा संकल्प
संगीत व अभिनय से जुड़े गिटारिस्ट अभिजीत सीएस फाइनल ईयर के स्टूडेंट हैं। १७ वर्ष के दौरान परिवार के मांगलिक कार्यक्रम, विभिन्न परीक्षाएं, अभिनय के लिए बड़े मंच जैसे कई अवसर सामने आए। यहां तक कि अभिनेता मुकेश तिवारी के साथ एक फिल्म करने का मौका भी मिला लेकिन ऋतिक से मिले बिना मप्र से बाहर नहीं जाने के संकल्प को पूरा करने के लिए उन्हें इन अवसरों को छोडऩा पड़ा।

जैकी श्राफ को एक साल से रोज लगाते रहे फोन
साधारण दुकान के संचालक रवि जैकी श्राफ के नाम से वर्ष में कई कार्यक्रम करते हैं जिन पर उनकी आधी कमाई तक खर्च हो जाती है। जैकी के हर जन्म दिन पर बच्चों, गरीबों को भोजन करवाते हैं। दीपावली पर जैकी के नाम से गरीबों को मिठाई पटाखे बांटते हैं। जैकी के बेटे टाइगर की फिल्म मुन्ना वाकर की सफलता के लिए ७० परिवारों को ४० क्विंटल गेहूं वितरित किया। जरूरतमंदों को जैकी के नाम पर कंबल बांटे। फिल्मों की सफलता के लिए शिवरात्रि पर ११ क्विंटल खिचड़ी व हलवा वितरित किया।

वर्ष 2005 से फोन चर्चा का दौर शुरू हुआ
बहादुरगंज निवासी रवि परमार जैकी श्राफ के जर्बदस्त फैन हैं। वर्ष २००२ में स्कूल में कार्यक्रम के दौरान उन्होंने फिल्म सपने साजन के में जैकी के किरदार को प्ले किया था। इसके बाद से ही वह जैकी फैन बन गए। जैकी से संपर्क करने के लिए एक साल तक उन्होंने बॉलीवुड से जुड़े सौ से अधिक लोगों को फोन लगाया, तब उन्हें जैकी के मुंबई स्थित बंगले का फोन नंबर मिला। रवि जब भी बंगले पर फोन लगाते, जवाब में उन्हें साहब के नहीं होने की ही जानकारी मिलती। एक साल तक रोज फोन लगाने के बाद एक दिन सामने से सीधे जैकी श्राफ की आवाज सुनाई दी और, उन्होंने नाम पूछे बिना ही कह दिया कि, हां रवि बोलो…। रवि के अनुसार शायद रोज-रोज फोन लगाने की जानकारी जैकी श्राफ को पहले से ही थी। पहली चर्चा में ही जैकी ने रवि को अपना पर्सनल कांटेक्ट नंबर दे दिया और वर्ष २००५ सेफोन पर चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया जो अभी भी जारी है।

कई बार हुई मुलाकात
फोन पर चर्चाओं के साथ ही रवि अब तक करीब १५ बार जैकी से मिल भी चुकी हैं। पहली मुलाकात उनकी २१ मई २०१० को मुंबई में हुई थी। रवि के अनुसार तब जैकी श्राफ ने उन्हें एक विज्ञापन की शूटिंग देखने और मिलने के लिए बुलाया था। हाल में वह कुछ महीने पूर्व इंदौर में एक होटल की री-लॉंचिंग में जैकी से मिले थे।

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