अनूठी परंपरा…जब हाथ में डंडे लेकर महिलाएं दौड़ीं, तो पुरुषों का हुआ बुरा हाल

उज्जैन | रंगपंचमी पर प्रतिवर्ष शहर में अनूठी परंपरा का निर्वाह किया जाता है। कहार समाज की छड़ीमार होली यहां की खास पहचान है। इस दिन महिलाएं हाथों में झाडिय़ां और डंडे लेकर दौड़ती हैं, तो इनसे बचने के लिए पुरुष भी डंडों का सहारा लेते हैं और यहां-वहां दौड़ लगाते हैं।

कुछ ऐसी होती है छड़ीमार होली
रंगपंचमी के अवसर पर कहार समाज द्वारा छड़ी मार होली खेली जाती है। समाज के प्रशांत चंदेरी ने बताया मंगलवार शाम ४ बजे होली टेकरा कहारवाड़ी में महिला-पुरुषों ने छड़ीमार होली खेलकर इस परंपरा का निर्वाह किया।

शहर में छाया रंग-गुलाल का सुरूर
मंगलवार को शहर में रंग-गुलाल और पानी की तेज धार के साथ कहीं कढ़ाव में डुबकी तो कहीं पीली मिट्टी में लथपथ लोगों का हुजूम सड़कों पर हुरियारों की टोली बनाकर धूम मचाता नजर आ रहा है। वहीं वीडी क्लॉथ मार्केट में महिलाओं और युवतियों की टोली ढोल-डीजे पर डांस करने के साथ-साथ एक-दूसरे को रंग लगाने के लिए दौड़ रही हैं।

रंगों की मस्ती के साथ डीजे पर धमाल
रंगपचमी के अवसर पर मंगलवार को रंगों की मस्ती के साथ डीजे की धूम मची हुई है। अनेक संगठनों-संस्थाओं ने उत्सव प्रेमियों को रंगों से सरोबार करने के लिए जोरदार तैयारी की है। मंगलवार को कहार समाज की छड़ीमार होली का आयोजन भी होगा।

रंगों का कड़ाव
देवासगेट पर रंगों का कड़ाव लगाया गया है। संयोजक अरुण वर्मा ने बताया कड़ाव में टेसू के फूलों से बना रंग भरा गया है। वाटर पार्क तथा डीजे डांस बार आकर्षण का केन्द्र हैं। बॉलीवुड के रॉक स्टार्स रंगों के बीच अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं। रंगपंचमी पर सुबह 9 बजे से आयोजन की शुरुआत हो चुकी है।

साइकिल गेर
जिला साइकिल पोलो एसोसिएशन द्वारा मंगलवार को रंग-गुलाल के साथ साइकिल गेर का आयोजन किया गया। उज्जैन जिला साइकिल पोलो एसोसिएशन के सचिव उत्कर्षसिंह सेंगर ने बताया कि साइकिल गेर प्रात: 9. 30 बजे चामुण्डा चौराहा स्थित बगीचे से प्रारंभ हुई, जो देवास गेट, दौलतगंज चौराहा, कंठाल, सतीगेट, गोपाल मंदिर , गुदरी चौराहा, महाकाल मंदिर होते हुए भारत माता मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई।

कंठाल पर भी मस्ती
कंठाल चौराहा पर आजाद यादव मित्र मंडल की ओर से रंगपंचमी महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। डीजे की धुन पर आगंतुकों को पानी की मस्ती से सराबोर किया गया। साथ ही स्वल्पाहार भी कराया जा रहा है। साथ ही यहां पीली मिट्टी की होली का आयोजन किया गया।

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