घर के जुगाड़ से 10 वर्षीय बालक ने बना दिया कूलर, 5वीं कक्षा का है छात्र

उज्जैन | कुछ कर गुजरने की लालसा उम्र के बंधनों की मोहताज नहीं होती। ऐसा ही एक उदाहरण प्रस्तुत किया है नागदा चंबल सागर कॉलोनी निवासी मोहम्मद हसीम ने। १० वर्षीय मोहम्मद ने गर्मी से छुटकारा पाने के लिए एक मिनी कूलर का आविष्कार किया है। कूलर मिनी होने के साथ ही बिजली भी बचाता है। कूलर बनाने में मोहम्मद ने मदद के तौर पर पिता का पूरा सहयोग लिया, साथ ही दिमाग खपाने कार्य स्वयं मोहम्मद ने किया। घर के बड़े कूलर से ठंडी हवा नहीं आने व घर वालों को गर्मी से परेशान होता हुआ देख मोहम्मद ने पिता से कुछ इलेक्ट्रानिक सामान लाने को कहा, पूर्व में पिता बच्चे द्वारा मंगाए गए सामानों के बारे में कुछ समझ नहीं पाए। हालांकि बाजार में मांगे गए सामान उपलब्ध नहीं हो सके। निराश होकर मोहम्मद ने घर में पड़े अनुपयोगी सामानों से कूलर बना डाला।

मदद नहीं मिली तो यूट्यूब देखा
कूलर बनाने के दौरान मोहम्मद को शुरू में काफी परेशानियों का समाना करना पड़ा। खासकर मोटर व कूलर के पंखे को सुव्यवस्थित करने में जिसके लिए मोहम्मद ने यूट्ब पर अपलोड विडियो की मदद ली। मोहम्मद ने घर में पड़े १५ लीटर प्लास्टिक के डिब्बे का उपयोग कर कूलर का इजाद किया है। इतना ही नहीं १५ लीटर वाले डब्बे में ५ लीटर पानी भंडारण करने की क्षमता है। १०*१५ के आकार के एक कमरे के लिए कूलर दो घंटे तक हवा दे सकता है। जिसके बाद उसमें दोबारा पानी डालना होगा।

एरोप्लेन में लगाया रिमोट
१० वर्षीय मोहम्मद कक्षा ५वीं का छात्र है। कक्षा में भी पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ शिक्षक भी मोहम्मद की तारिफ करते नहीं थकते। बीते दिनों मोहम्मद ने एरोप्लेन में रिमोट लगाकर उसे उडऩे लायक बना दिया है। हालांकि एरोप्लेन में अन्य खिलौने के उपकरणों का उपयोग किया गया है। इतना ही अन्य स्कूल में प्रोजेक्ट के रुप में बनाकर मंगाए जाने वाले मॉडलों में भी मोहम्मद ने कई बार पुरस्कार जीता है।

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