ये हैं उज्जैन की पहली महिला निगमायुक्त, मुफ्त में देती थीं IAS कोचिंग

उज्जैन | निगमायुक्त बनाई गई युवा आइएएस प्रतिभा पाल सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ी हैं। वे सतना में आइएएस के लिए विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग भी दे रही थी। मूलत: यूपी के बदायूं शहर की रहने वाली पाल २०१२ बैच की आइएएस व अविवाहित हैं। इस पदस्थी के पहले वह नरसिंहपुर में जिला पंचायत सीइओ रह चुकी हैं। उज्जैन निगम उनके लिए बड़ी चुनौती रहेगी। इधर आदेश के चंद घंटों बाद गुरुवार दोपहर निगमायुक्त डॉ. विजय कुमार जे. रिलीव हो गए। उन्होंने अपर आयुक्त संजय मेहता को चार्ज सौंपा। नई निगमायुक्त पाल के अगले सोमवार को ज्वाइन करने की संभावना है। तब तक मेहता भी प्रभार संभालेंगे।

पाल ने कहा कि अगले सप्ताह ज्वाइन करने आऊंगी। महाकाल की नगरी में पहली बार सेवा का अवसर मिला है। मैं कुछ दिनों पहले ही वहां दर्शन के लिए आई भी थी। शहर विकास कि क्या प्राथमिकताएं रहेगी के सवाल पर पाल ने कहा कि वहां आकर बताऊंगी, अभी कुछ कहना जल्दी होगी। इधर बताया जा रहा है कि पाल की सतना महापौर ममता पाण्डे से पटरी नहीं बैठी थी। कई बार उनके बीच तल्ख संवाद व पत्राचार हुए हैं। एेसे में अब यह देखना होगी कि महापौर मीना जोनवाल से उनका तालमेल ठीक बैठ पाता है या नहीं।

इतनी जल्दी रिलीव को लेकर चर्चाएं

निगमायुक्त के इतनी जल्दी रिलीव होने को लेकर निगम के गलियारों में चर्चाएं रही। निगमायुक्त कई दिनों से जाने के मूड में थे, जैसे ही आदेश जारी हुए उन्होंने तनिक देरी नहीं की और कार्यमुक्त हो गए। वे चाहते तो नई निगमायुक्त के आने तक रुक सकते थे, लेकिन वे दमोह कलेक्टर के पद पर ज्वाइन करने के लिए निकल पड़े।

महापौर भी महिला

उज्जैन के लिए यह भी संयोग है यहां महापौर भी महिला है और अब निगम कमिश्नर भी महिला अधिकारी बनी हंै। महिला आइएएस अधिकारी के लिए स्मार्ट सिटी पीएम आवास सहित अन्य बड़े प्रोजेक्ट समय पर पूरे कराना बड़ी चुनौती रहेगा। वही चुनावी साल होने से उन्हें सभी जनप्रतिनिधियों से तालमेल बनाकर चलना पड़ेगा।

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