सवारी मार्ग पर पैवर ब्लॉक खतरनाक

उज्जैन। मुख्यमंत्री की घोषणा वाले महाकाल सवारी मार्ग का चौड़ीकरण नगर निगम द्वारा लंबे समय से किया जा रहा है, लेकिन निर्माण कार्य अब तक पूर्ण नहीं हो पाया है। यहां मोढ़ धर्मशाला से सत्यनारायण मंदिर तक विशेष प्रकार के ब्लॉक ठेकेदार से लगवाये गये हैं जो रहवासियों और आवागमन करने वालों के लिये मुसीबत बन चुके हैं। ब्लॉक पर पानी लगते फिसलन हो जाती है जिससे पैदल व वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं।
सवारी मार्ग पर पूर्व में सीमेंट कांक्रीट की सड़क निर्मित थी। चौड़ीकरण के बाद यहां पर उच्च क्वालिटी के ब्लॉक लगाने का ठेका नगर निगम द्वारा दिया गया। ठेकेदार ने यहां अंडरग्राउण्ड नाली निर्माण ब्लाक लगाना शुरू किये और लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूरा भी कर दिया, लेकिन यही ब्लाक रहवासियों और इस मार्ग से आवागमन करने वाले लोगों के लिये परेशानी का कारण बन गया है क्योंकि पानी गिरने के साथ ही ब्लाकों पर फिसलन हो जाती है जिस कारण वाहन चालक और पैदल राहगिर गिरकर घायल हो रहे हैं। लोगों को सावधान करने के लिये यहां के रहवासियों ने घरों के बाहर बोर्ड लटकाए हैं जिस पर उल्लेख है कि ब्लाक पर गाड़ी स्लीप हो रहे है, 10 की स्पीड से गाड़ी सावधानी से चलायें, दुर्घटना से बचें।

रहवासियों ने स्वयं के खर्च पर लगाए सुरक्षित चलने के लिए बोर्ड
यहां के रहवासियों ने बताया कि ब्लाक लगने के बाद बारिश शुरू होते ही यहां पैदल और वाहन चालक फिसलकर घायल हो रहे हैं। स्थिति यह हो गई है कि अब तक 50 से अधिक लोग गिरने के बाद चोटिल हो चुके हैं पैदल चलने वालों में महिलाएं, वृद्ध और बच्चे गिरकर घायल हुए हैं वहीं वाहन चालक यदि वाहन की गति तेज करते हैं तो वाहन तुरंत स्लीप हो जाता है।

इसलिये बन रही स्थिति
रहवासियों का कहना है कि चौड़ीकरण से पहले पूरे सवारी मार्ग पर सीमेंट कांक्रीट रोड़ निर्मित था। चौड़ीकरण के बाद यहां ब्लाक लगाने का निर्णय निगम अधिकारियों ने लिया, ठेकेदार ने यहां ब्लाक लगाने के पहले पुरानी रोड़ की खुदाई नहीं की गई। सीमेंट कांक्रीट पर सीधे गिट्टी की चूरी डाली और उस पर ब्लाक लगा दिये। ऐसे में बारिश का पानी ब्लाकों के माध्यम से चुरी से होता हुआ सीमेंट कांक्रीट पर तो जाता है लेकिन उस पानी को जमीन सोख नहीं पाती और ब्लाक पर फिसलन उत्पन्न हो जाती है।

आवागमन करने वालों के साथ रहवासी भी परेशान हैं, पानी गिरने के दौरान ब्लाक में फिसलन होने के कारण अब तक 50 से अधिक लोग गिरकर घायल हो चुके हैं।
प्रकाश शर्मा, रहवासी

सवारी मार्ग में ब्लाक लगाने का निर्णय ही गलत है क्योंकि महाकालेश्वर की सवारी निकलने के दौरान सवारी में शामिल घोड़े इन ब्लाकों पर चल नहीं पायेंगे।
विनोद व्यास, रहवासी

इस प्रकार के ब्लाकों पर फिसलन होने के कारण चलना मुश्किल हो गया है, इनके स्थान पर डामर रोड़ का निर्माण होना चाहिये ताकि लोग दुर्घटना से बच पायें।
रेणुका चौधरी, रहवासी

मैं काम के सिलसिले में घर से बाहर निकला था और बारिश में ब्लाक गीले होने के बाद फिसलन हो गई ब्लाक पर चलते समय फिसलन के कारण संतुलन बिगड़ा और चोंट आई है।
लक्की शास्त्री, रहवासी

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