तीन दिन पहले से एसपीजी ने उज्जैन में डाल दिया था डेरा…

उज्जैन। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने राहुल गांधी के उज्जैन दौरे की निर्धारित तिथि 29 अक्टूबर से तीन दिन पहले 26 अक्टूबर को ही उज्जैन में डेरा डाल दिया था। राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा अपने हाथों में लेकर एसपीजी द्वारा जिला पुलिस को निर्देशित किया गया जिसमें राहुल गांधी से हाथ मिलाने वाले से लेकर उनके साथ भोजन करने वालों तक की जानकारी थी। राहुल गांधी के नागझिरी पुलिस लाइन स्थित हेलीपेड पर उतरने से लेकर वापस लौटने तक जिस मार्ग से भ्रमण किया गया उस मार्ग पर आने वाले प्रत्येक मकानों का सर्वे पुलिस ने किया था।

क्या होता है स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप
देश में प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिजनों को ही एसपीजी की सुविधा प्रदान की गई है। वर्ष 1991-92 में गठित वर्मा आयोग की सिफारिश के बाद पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिजनों को एसपीजी सुविधा को जोड़ा गया। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की सुविधा प्राप्त वीवीआईपी को इसके अधिकारियों के अंडर प्रोटेक्शन में रहना होता है। राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पुत्र हैं और उनके परिवार को एसपीजी सुविधा प्राप्त है।

हर 15 फीट की दूरी पर दो आरक्षक
पुलिस लाइन स्थित हेलीपेड से राहुल गांधी महाकालेश्वर मंदिर के लिये रवाना हुए थे। इस पूरे मार्ग पर प्रत्येक 15 फीट की दूरी पर दो पुलिस जवान तैनात थे। जिस मार्ग से राहुल गांधी का काफिला गुजरा उस मार्ग के प्रत्येक मकान का सर्वे पुलिस विभाग द्वारा किया गया साथ ही यह भी जानकारी जुटाई गई कि घर में कौन और कितने सदस्य रहते हैं, किरायेदार कितने समय से रह रहे हैं।

लिस्ट हुई थी पहले से तैयार
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उज्जैन आगमन के बाद उनसे कौन, कब और कहां मिलेगा, कौन व्यक्ति हाथ मिलायेगा। भोजन के समय उनके साथ कितने व्यक्ति रहेंगे इसकी पूरी लिस्ट एसपीजी के पास थी। इसके अलावा राहुल गांधी को परोसे जाने वाला भोजन भी एसपीजी द्वारा चैक करने के बाद उनकी टेबल पर लगाया गया।

ऐसी सुरक्षा देखकर लोग रह गये थे भौचक
शहर में अमूमन जेड सुविधा अथवा जेड प्लस सुविधा प्राप्त वीआईपी, वीवीआईपी नेताओं का आगमन होता रहा है। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निनौरा में एक कार्यक्रम के दौरान आये थे, लेकिन शहर के आम लोग उस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे। एसपीजी सुविधा प्राप्त कोई नेता लंबे समय बाद उज्जैन पहुंचा और एसपीजी की सुरक्षा व्यवस्था देखकर लोग भौचक रह गये थे। यहां तक कि मीडिया को भी राहुल गांधी के पूरे दौरे के दौरान दूर रखा गया। हेलीपेड, महाकालेश्वर मंदिर में कवरेज नहीं हो पाया, जबकि सभा स्थल पर भी दो तरह के पास दिखाने के बाद मीडिया को मंच के पास बने डी तक पहुंचने की अनुमति मिली थी।

ऐसा भी हुआ था महाकाल मंदिर में
राहुल गांधी निर्धारित समय के अनुसार महाकाल मंदिर पहुंचे, पूजन किया और वापस महाकाल धर्मशाला में पहुंचकर कपड़े बदले। इस दौरान निर्धारित समय से पूर्व राहुल यहां से चलने को तैयार हो गये। उनके साथ चल रहे कांग्रेस नेता कारकेट के वाहन में जाकर बैठे और वाहन चलने लगे लेकिन तय समयानुसार राहुल गांधी के महाकाल मंदिर से निकलने में 5 मिनट शेष थे। पुलिस के वायरलेस सेट पर पाइंट भी चला कि राहुल गांधी महाकालेश्वर मंदिर से रवाना लेकिन एसपीजी ने उन्हें महाकाल धर्मशाला में ही पांच मिनट इंतजार को कहा। इस दौरान राहुल गांधी ने यहां चाय भी पी और यहां से निकलने के पूर्व निर्धारित समय पर काफिला दशहरा मैदान के लिये रवाना हुआ।

लोगों में जानकारी का अभाव
एसपीजी सुविधा प्राप्त वीवीआईपी का लंबे समय बाद उज्जैन में आगमन हुआ, लोगों में जानकारी का अभाव भी था। इस कारण आमजन ऐसी व्यवस्था देखकर अचंभित थे। एसपीजी ने राहुल गांधी के उज्जैन पहुंचने से तीन दिन पहले व्यवस्था अपने हाथ में ले ली थी। एसपीजी अधिकारियों के निर्देशन में ही सुरक्षा व्यवस्था जुटाई थी। अन्य शहरों से भी अतिरिक्त फोर्स बुलाया गया।
– नीरज पांडे, एएसपी

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