सेल काउंटर पोर्च में, टीवी-फ्रिज पार्किंग में और वाहन सड़क पर

उज्जैन। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के सपने दिखाने वाली नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस दोनों ही अब तक छोटे और फूटकर दुकानदारों पर कार्रवाई करती आई है। शहर के प्रतिष्ठित और रसूखदार व्यापारियों के प्रतिष्ठानों की ओर इनकी टीम रूख भी नहीं करती। जबकि सबसे ज्यादा पोर्च में दुकान सजाकर अतिक्रमण और स्मार्ट सिटी की धज्जियां इन्हीं व्यापारियों ने उड़ा रखी है। निगम के प्रभारी व ट्रैफिक पुलिस के जिम्मेदार भी यह बात स्वीकारते हैं कि जब भी इन पर कार्रवाई होती है तो उनसे जुड़े जनप्रतिनिधि वसूली बंद करवा देते हैं। फ्रीगंज और पुराने शहर में दोनोंं ही जगह एक जैसी स्थिति नजर आती है। खासकर फ्रीगंज में चौड़ी सड़के होने के बाद भी पोर्च से रोड तक सजी दुकानों से यातायात बाधित होता है।

दुकानें बाहर आईं तो गली बची ही नहीं
स्थान: हारफूल गली, समय: 5:45 दुकानों के बाहर तक सड़कों तक जमे सामान और बाहर खड़े वाहनों से गली पूरी तरह बंद हो जाती है। यह स्थिति यहां अमूमन दिनभर रहती है और पोर्च में ही ग्राहकों को सामान भी दिखाया जा रहा है। ऐसे में यहां से आम व्यक्ति को यहां से निकलने की जगह नहीं मिलती।

सड़क पर हो रही दुकानदारी
स्थान: बेताल मार्ग एके बिल्डिग चौराहा, समय: शाम 5:15 बजे यह क्षेत्र फ्रीगंज की पुरानी सब्जी मण्डी के तौर भी जाना जाता है। यहां शाम को लोगों की आवाजाही और ट्रैफिक है इधर शोरूम संचालक ने सड़क पर ही सामान सजा कर बिक्री शुरु कर दी।
बाहर तक जमी दुकान, सड़क पर जगह नहीं

स्थान: मुंज मार्ग, समय: शाम 4:30 सालों से बाहर पोर्च में जमे ढेरों इलेक्ट्रानिक सामान और सड़क तक बनी दूकान की फूटपाथ। इस ४० फीट सड़क पर वाहन निकले के लिए 1- फीट की सड़क बचती है।

संबंधित अधिकारी पर होगी कार्रवाई
फ्रीगंज क्षेत्र का भ्रमण कर मैं खुद देखती हूं अगर पोर्च में अतिक्रमण दिखाई दिया तो संबंधित पर कार्रवाई करेंगे और शोरूम संचालकों पर जुर्माने की कार्रवाई करेंगे।
– प्रतिभा पाल, आयुक्त, नगर निगम
हमने कभी भेदभाव नहीं किया
ट्रैफिक पुलिस ने कभी भी छोटे और बड़े दुकानदारों में भेदभाव नहीं किया है जो कार्रवाई छोटे दुकानदारों पर होती है वहीं बड़े दुकानदारों पर भी होगी। फिलहाल आचार संहिता का समय है किसी नेता की नहीं चलेगी।
– हरिनारायण बाथम, डीएसपी, ट्रैफिक

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