कृषि उपज मंडी में मुहूर्त के सौदों की शुरुआत

पहला सोयाबीन का सौदा १३ हजार पार,गेंहू 3321 से खुला
उज्जैन। उज्जैन मंडी में दीपावली बाद मुहूर्त के सौदे की शुरूआत बड़ी अच्छी रही। गेंहूं का सौदा 3321 प्रति क्विंटल के भाव से बोली मंजूर हुई, वहीं सोयाबीन की पहली मुहूर्त बोली 13021 में गई। इधर डालर चना ७०५१ में बोली लागत मंजूर हुआ। मुहूर्त का पहला सौदा अच्छा जाने से किसानों के चेहरे में रौनक जरूर लौटी।
मंडी में मुहूर्त सौदे की शुरूआत समारोहपूर्वक हुई। यहां मंडी अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला, समाजसेवी और संस्कृतविद् आचार्य डॉ. देवकरण शर्मा, प्रसिद्ध हद्धयरोग विशेषज्ञ डॉ. विमलगर्ग, मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप गुप्ता, सचिव जितेन्द्र अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष विक्रमसिंह पटेल और मुकेश हरभजनका सहित मंडी फर्म की ओर से सांसद प्रो. चिंतामंन मालवीय विशेष रूप से मंचासीन रहे।

मुहूर्त के सौदे में संस्कृतविद् डॉ. देवकरण शर्मा ने अपने उद्बोधन में किसान को अन्नदाता कहते हुए उन पर अन्नपूर्णा का आशीर्वाद रहने की बात कही। यहीं मंडी अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला ने किसानों को उनकी आशा अनुरूप भाव मिलने की शुभकामना दी।

बोली लगाने वालों में पारस जैन की आवाज बुलंद
आज के मुहूर्त के सौदे की खास बात यह रही कि मुहूर्त के सौदे में मंडी व्यापारी पारस जैन की आवाज बेहद बुलंद रही। पारस जैन की आवाज सुनकर बोली लगाने वालों में कुछ अलग उत्साह देखा गया। हालांकि बोली लगाने की परंपरा के पहले ही समारोह समाप्त होते ही कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र भारती मंडी से रवाना हो गये थे। लेकिन सांसद डॉ. चिंतामन मालवीय पूरे समय साथ रहे।

जब दो विरोधी प्रत्याशी एक साथ बैठे
मंडी में मुहूर्त के सौदे का समारोह चल ही रहा था, तब सबसे पहले सांसद चिंतामन मालवीय आए। तब चर्चा चली कि भले ही आचार संहिता चल रही हो, लेकिन सांसद चिंतामन मालवीय की मंडी में फर्म है, इस हैसियत से वे मंचासीन हुए हैं। लेकिन थोड़ी ही देर बाद उज्जैन उत्तर के कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र भारती आए, लेकिन वे आचार संहिता के चलते किसानों के बीच ही अग्रिम पंक्ति में बैठे, यहीं थोड़ी ही देर बाद भाजपा प्रत्याशी पारस जैन भी आ पहुंचे। हालांकि वे मंडी में फर्म संचालक भी हैं, फिर भी वे आचार संहिता के मद्देनजर नीचे की ओर अपने विरोधी प्रत्याशी राजेन्द्र भारती के बगल में बैठ गये। दोनों विरोधी प्रत्याशियों का मुहूर्त के सौदे में आना और नजदीक बैठना भी चर्चा का विषय बना। आते ही भाजपा प्रत्याशी श्री जैन ने कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र भारती से हैँड शेक किया, दोनों एक दूसरे को देखकर मुस्कुराए और फिर मीडिया को दोनों ने ही भरपूर पोज़ दिये।

ऐसा रहा मंडी का पहला सौदा
मंडी का पहला सोयाबीन का साौदा 13013 में श्री गणेश इंटरप्राइजेस ने लिया जो ग्राम विनायका के किसान राहुल पिता रामाजी के भाग्य में रहा। दूसरा भाग्यशाली किसान डालर चने का रहा। यह किसान ताजपुर का था, जिसका नाम संजय पिता अजय राठौर के नाम से सामने आया। इसकी बोली गोविंद टे्रडर्स की ७८०० में फायनल हुई। यहीं गेंहू की बोली राजेन्द्र इंटरप्राइजेस ने फायनल की, जो पंवासा के भाग्यशाली किसान संतोषसिंह पिता बाबूसिंह के अनाज की ३३२१में फायनल हुई।

संभाग की सभी मंडियों में आज ही हुए मुहूर्त के सौदे
कृषि उपज मंडियों में मुहूर्त के सौदों की शुरुआत आज से शुरू हो गये । नये वित्तीय वर्ष मार्च-अप्रैल होने और ऑनलाइन सिस्टम होने से परंपरा में लाल बही-खाते अब पूजन के काम ही अधिक आते हैं। शगुन बतौर ही इन बही-खातों में इंद्राज किया जाता है। उज्जैन कृषि उपज मंडी में बीते दिन रविवार दोपहर 3 बजे एक बैलगाड़ी उपज मुहूर्त के सौदों के लिए आकर खड़ी थी। संभाग की 42 कृषि उपज मंडियों में 12 नवंबर से मुहूर्त के सौदों का श्रीगणेश हो गये।

दीपावली मुहूर्त के पहले सोयाबीन 25 रुपए घटा- दीपावली मुहूर्त के पहले ही सोयाबीन के भाव 25 रुपए घट गए। शनिवार को प्लांटों ने 20-25 रुपए भाव घटाकर खरीदी का ऑफर किया है। सोयाबीन के भाव में गिरावट का बड़ा कारण सोमवार से बंपर आवक में प्लांटों को अपने भाव पर सोयाबीन मिलने की संभावना जताई गई थी।

स्टॉक वाले इस समय खामोशी में चल रहे हैं। रिस्की व्यापार इस समय स्टॉक वाला ही चल रहा है। चना इसका ताजा उदाहरण है। सोयाबीन का भावांतर मिलने के बाद भी अलग से इसे बेचे जाने की खबर है। 500 रुपए का भावांतर और मंडी भाव क्वालिटी अनुसार 2950 से 3150 रुपए के चल रहे हैं। अधिकतर किसान रुककर 4000 रुपए के भाव भी लेना चाहते हैं। इस साल ही 3 तो कहीं 6-7 क्विंटल प्रति बीघा सोयाबीन उपज मिलने की भी खबर है।

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