रात में बदमाशों ने लगाई तीन बाइक में आग

उज्जैन। अभी दो दिन पहले सेठीनगर और मंगल कॉलोनी में सात से अधिक गाडिय़ों के कांच फोड़े जाने की घटना हुई, वहीं दूसरी बार आज गऊघाट के नजदीक पक्कापाला में मोटरसाइकिलों को आग लगाए जाने की घटना सामने आई है। बदमाशों ने क्षेत्र में मकान के बाहर खड़ी तीन मोटरसाइकिलें फूंक डालीं। नीलगंगा पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ कायमी कर उनकी पड़ताल शुरू की है।
जीवाजीराव वेधशाला के नज़दीक जयसिंहपुरा तिराहे से लगी पक्कापाला में केशरसिंह पिता छगनलाल उम्र ४२ वर्ष के मकान के बाहर खड़ी तीन मोटरसाइकिलों को बीती रात अज्ञात बदमाशों ने आग लगा दी और फरार हो गये। पता चला है कि बदमाश मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे और घटना को अंजाम देने के बाद अंधेरे का लाभ उठाकर गायब हो गये। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस खंगाल रही है। पुलिस नीलगंगा का कहना है कि बदमाशों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

कारों के कांच फोडऩे की घटनाएं
अभी दो दिन पूर्व ही सेठी नगर और मंगलकॉलोनी में रात के समय कारों के कांच फोडऩे की घटनाओं को दो मोटरसाइकिल सवारों ने ही अंजाम दिया था। दोनों घटनाओं को यदि आपस में जोड़ा जाए तो कहीं ना कहीं बदमाश एक जैसे ही नजर आ रहे हैं।पुलिस जंतरमंतर और हरिफाटक पुल के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाले तो बदमाशों का कुछ सुराग जरूर लग सकता है।

पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल
शहर में लगभग १२ दिन बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। पुलिस मुस्तैदी का दावा जरूर कर रही है लेकिन दो बदमाशों के लगातार इस तरह की वारदात को अंजाम देने की घटना पर अंकुश ना लगा सकने से पुलिस की सजगता पर ही सवालिया निशान लगा रही है। ऐसे में पुलिस की गश्त भी सवालों के घेरे में है। लोगों का कहना है कि चुनाव का मसला यूं भी संवेदनशील है और जब मध्य रात्रि को इस तरह की घटनाएं अंजाम दी जा रही हैं तो फिर चुनावी बूथों पर सुरक्षा का दावा कैसे किया जा सकता है। दोनों ही घटनाओं में बदमाशों का पकड़ा जाना पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है।

आग लगाने के बाद दरवाजे पर गाजर का टुकड़ा फेंककर जगाया
जिस मकान के बाहर तीन बाइक को बदमाशों ने जला दिया, वहां वे बाइक पर ही सवार होकर आए थे। मकान मालिक केशरसिंह ने बताया विे एक दिन पहले ही उनके वृद्ध पिता को अस्पताल से छुट्टी दिलाकर लाये थे और थके होने के कारण उनका परिवार गहरी नींद में था। बदमाशों ने घटना को आराम से अंजाम दिया और मोटरसाइकिलों को ज्वलंतशील पदार्थ डालकर आग लगाने के बाद वे गाजर का टुकड़ा दरवाजे पर फेंककर फरार हो गये। गाजर का टुकड़ा दरवाजे पर जैसे ही लगा, तो मकान में सो रहे लोगों को लगा कि किसी ने दरवाजा खटखटाया है। वे दरवाजा खोलकर बाहर आए तो देखा कि वहां खड़ी बाइक धूं-धूं कर जल रही है। परिवार के लोग यह सब देखकर घबरा गये और जैसे-तैसे पड़ौसियों की मदद से आग बुझाई और पुलिस को इत्तला की।

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