प्रत्याशियों को स्टार प्रचारकों की खल रही है कमी

उज्जैन। शहर में नाम वापसी के एक हफ्ते बाद से चुनाव प्रचार में जितनी तेजी आनी चाहिये थी, उतनी तो नहीं दिख रही है। यही कारण है कि चुनावी प्रचार के लिए निकले प्रत्याशी खुद अपने बल पर चुनाव लडऩे की बात कह रहे हैं, कई पार्टियों के प्रत्याशियों के कस-बल ढीले पड़ते जा रहे हैं, तो कइयों को उनके ही क्षेत्र में मतदाताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में प्रत्याशी भी चाहते हैं कि उनके सपोर्ट के लिए यहां प्रदेश सहित देश के बड़े नेताओं को पहुंचकर उनके पक्ष में माहौल बनाना चाहिये।

कांग्रेस में राहुल की सभा के बाद सिंधिया का रोड-शो….. और …फिर हुआ सबकुछ ब्लैंक
कांग्रेस में राहुल की आमसभा को भी समय हो चुका है। राहुल की आमसभा के बाद अपने समर्थक राजेन्द्र भारती के लिए उत्तर क्षेत्र में समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रोड-शो भी किया और छोटी सी सभा कर समर्थन भी मांगा। इस रोड-शो के पहले यहां कांग्रेसियों में एकजुटता दिखाने का प्रयास भी हुआ।

इसके बाद से उज्जैन उत्तर और दक्षिण दोनों में ही कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए कोई भी स्टार प्रचार अब तक नहीं पहुंचा है। हालांकि दक्षिण में वशिष्ठ के लिए दिग्विजयसिंह श्री वशिष्ठ की माता के निधन पर शोकसंवेदना जताने पहुंचेंगे, वहीं यूपी के कांग्रेस अध्यक्ष और अभिनेता राजबब्बर की चुनावी सभा भी सुर्खियों में है। फिलहाल कांग्रेस में अभी और स्टार प्रचारकों की कमी महसूस की जा रही है।

बडऩगर में शाह का दौरा डैमेज कंट्रोल लेकिन दक्षिण में योगी की सभा भी हुई कैंसल
टिकिट वितरण में गड़बड़ी के बाद बडऩगर का मसला भोपाल के साथ दिल्ली में भी पहुंचा था। यहां पार्टी के प्रदेश प्रमुख शिवराज कुछ कर पाते उसके पहले ही बीजेपी सुप्रीमों अमित शाह ने मोर्चा संभाला। अमित शाह ने यहां चुनावी सभा तो ली लेकिन उज्जैन शहर की दोनों प्रमुख सीटों पर वे नहीं आए। इधर यूपी के चीफ मिनिस्टर आदित्यनाथ का दौरा दो बार बना और दोनों बार कैंसिल हो गया। हालांकि चर्चा है कि यहां अभी केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और एक अन्य फिल्मी अभिनेता को भाजपा के पक्ष में सभा करने के लिए प्रोग्राम बना है, लेकिन अभी तक उसकी अंतिम स्वीकृति नहीं आई है।

शिवराज भी मालवा के इस प्रमुख गढ़ में जनसभा का मन बना चुके हैं। चुनाव प्रचार इसी हफ्ते लगभग थम सा जाएगा। इसलिए अब तीन से चार दिनों में शिवराज खुद यहां की कुछ सीटों में उत्पन्न हो रही एंटी इनकमबेंसी के फैक्टर को कम करने की कोशिश करेंगे, ऐसा भाजपा के सूत्र बताते हैं। हालांकि कोई भी नेता स्टार प्रचारकों के लिए खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। भाजपा नेता संबित पात्रा भी पिछले दिनों यहां आए और पत्रकारों से चर्चा कर लौट गये। उन्होंने यहां की सभी सीटों के हाल जाने और रिपोर्ट सीधे भाजपा सुप्रीमो के पास पहुंचा दी है।

निर्दलीय प्रत्याशियों को खुद अपने पर भरोसा
हालांकि उज्जैन उत्तर दक्षिण में पार्टी से बागी प्रत्याशी भी मैदान में हैं, उनके साथ अपरोक्ष रूप से पार्टी के ही कुछ कार्यकर्ता और पदाधिकारी मिलकर काम कर रहे हैं, लेकिन वे खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। इधर सपाक्स सहित अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों को अपने ही बल पर चुनाव प्रचार करना है, इसलिए जिला निर्वाचन अधिकारी के पास अभी तक किसी भी बड़े नेता या स्टार प्रचारक के चुनावी सभा लेने की अनुमति के लिए कोई भी आवेदन नहीं पहुंचा है।

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