हरसिद्धि मार्ग पर हादसा : मकान इतना कमजोर कि बंदर के कूदने से गिरी 30 फीट लंबी गैलरी…

उज्जैन। हरसिद्धि रोड स्थित मोतीबाग के नजदीक सोनी बिल्डिंग में सुबह-सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। इस बिल्डिंग के प्रथम तल का पूरा छज्जा नीचे आ गिरा। गनीमत यह रही कि इस बिल्डिंग के नीचे कोई खड़ा नहीं था अन्यथा कई लोगों की जानें जा सकती थी। इस दुर्घटना में दो कारें और कई दो पहिया वाहन सहित एक शरबत का ठेला बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गैलरी गिरने की वजह से करीब डेढ़ लाख से अधिक का नुकसान हो गया। इस बिल्डिंग में करीब ४० से अधिक किरायेदार रहते हैं। मकान मालिक का कहना है कि उक्त हादसा बंदर के गैलरी पर कूदने की वजह से हुआ है।

शुक्रवार सुबह हरसिद्धि रोड पर करीब ७.३० बजे एक बड़ा धमाका हुआ जब मोतीबाग से लगी सोनी बिल्डिंग के फस्र्ट फ्लोर की पूरी गैलरी ही नीचे आ गिरी। गैलरी गिरने से कई कारों और गाडिय़ों को भारी नुकसान हुआ। इस बिल्डिंग में करीब ४० से अधिक किरायेदार रहते हैं, सुबह जिस समय गैलरी गिरने की घटना हुई उस समय बिल्डिंग में रह रहे परिवारों के सदस्य सर्दी की वजह से रजाइयों में दुबके थे और स्कूली बच्चे स्कूल जाने के लिए तैयार हो रहे थे अन्यथा यह घटना जान गवाने का कारण बनती।

बिल्डिंग जर्जर लेकिन मालिक मकान का ध्यान नहीं:घटना के बाद यहां रह रहे किरायेदारों ने बताया कि मालिक मकान को सिर्फ किराये से मतलब है। वे पिछले एक साल से बिल्डिंग का छज्जा सुधारने की बात कहते आए हैं लेकिन मालिक मकान इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। इधर इस बिल्डिंग में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह पिछली बार भी जब मालिक मकान को किराया देने गईं थी तो उन्होंने भी इस बात से मालिक मकान को अवगत कराया था, तब मालिक मकान का कहना था कि आप तो रहो, आपके बाद भी बिल्डिंग का छज्जा नहीं गिरेगा। किरायेदारों ने बताया कि घटना के बाद से मालिक मकान को वे करीब तीन घंटे से फोन लगा रहे हैं लेकिन सूचना मिलने के बाद भी वे यहां झांकने तक नहीं आये।

धूप सेंकने लोग नीचे खड़े होते हैं:हरसिद्धि रोड पर इस जर्जर बिल्डिंग के सामने कई यात्री गृह और लॉज बनी हुई हैं। यहां सैंकड़ों यात्रियों की आवाजाही तो रोज रहती ही है, साथ ही कई बाहरी यात्री भी यहीं गाड़ी पार्क करते हैं। यही नहीं कई यात्री और स्थानीय लोग भी इसी बिल्डिंग के नीचे धूप सेकने के लिए खड़े होते हैं। लोगों का कहना है यह तो सुबह-सुबह की घटना थी। यदि ये घटना कुछ और देरी से हुई होती तो तय था कि कई लोगों की जान जा सकती थी।

इनका कहना:हमने किरायेदारों को कह दिया है कि वे मकान खाली कर दे लेकिन वे मकान खाली नहीं कर रहे हैं। मुझे बिल्डिंग के क्षतिग्र्रस्त हिस्से को ठीक करवाना है तो ईंट और अन्य सामान मैं कहा रखूं। इसी बिल्डिंग के तीसरे माले में मेरे रिश्तेदार भी रहते हैं। बिल्डिंग के जिस हिस्से में यह हादसा हुआ उसकी वजह एक बंदर था। जो सुबह गैलरी पर आकर बैठा और गैलरी गिर गई।
– पुरुषोत्तम सोनी, मकान मालिक

किरायेदार रोने लगे और एक युवक हो गया बेरोजगार:घटना के बाद क्षेत्र में भूकंप जैसा कंपन हुआ। छज्जा गिरने की आवाज सुनकर बिल्डिंग में रहने वाले बच्चे दौड़कर अपने माता-पिता से लिपट गये और रोने लगे। कई कमजोर दिल वाली महिलाएं भी रोने लगी। उनका कहना था कि आज हमारे बच्चे अगर नीचे खड़े होते तो हम उन्हें खो देते। इधर एक शरबत और बरफ के लड्डू का ठेला भी इस घटना के बुरी तरह टूट गया। इस घटना में उसका करीब पचास हजार से अधिक का नुकसान हुआ। इधर दो कार और कुछ दो पहिया वाहन भी बुरी तरह टूट गये। कार का ही करीब 50 हजार से अधिक का नुकसान हुआ।

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