नववर्ष की भस्मारती के लिए 16 घंटे इंतजार

उज्जैन। देश के अलग-अलग राज्यों से उज्जैन दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु नये वर्ष का अभिनंदन भगवान महाकालेश्वर की भस्मारती के साथ करना चाहते हैं जिसकी परमिशन के लिये 16 से 18 घंटों तक कतार में लगे रहे। कड़ाके की सर्दी और खुला आसमान लेकिन मन में भगवान महाकाल की भक्ति का अलख जगाकर कोई श्रद्धालु शाम 7 बजे से तो कोई 8 बजे से सिर्फ इसलिये कतारबद्ध होकर खड़ा था कि नये वर्ष की प्रथम भस्मारती में वे शामिल हो पाएं।

भस्मारती परमिशन काउंटर सुबह 10.30 बजे खुलता है, लेकिन लोग पूरी रात से कतार में लगकर काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे। सुबह 10 बजे तक भस्मार्ती परमिशन की कतार शंख द्वार से बेगमबाग की तरफ मुड़ चुकी थी जिसमें करीब 1500 से अधिक श्रद्धालु भस्मारती परमिशन की आस में लाइन लगाकर खड़े थे।

अव्यवस्था पर आस्था भारी
आरती अवस्थी निवासी बाराबंकी भस्मारती परमिशन की कतार में लगी थीं। आरती ने चर्चा में बताया कि वह रात 8 बजे से लाइन में लगी हैं। पूरी रात ठंड में ठिठुरते बीत गई। अव्यवस्था तो है, लेकिन भगवान के प्रति आस्था के कारण कतार छोड़कर नहीं गईं और उम्मीद है कि नये वर्ष की प्रथम भस्मारती में शामिल हो पाऊंगी।

इसी प्रकार किरण तिवारी निवासी बाराबंकी ने बताया कि परिवार के साथ उज्जैन दर्शन करने आये हैं। नये वर्ष में भस्मारती दर्शन करना हैं इसलिये बीती शाम 7 बजे से कतार में लगे हैं। मंदिर प्रशासन द्वारा कड़ाके की सर्दी में अलाव की व्यवस्था की जाती तो उचित होता। अरुण कुमार सोनी निवासी इलाहाबाद ने बताया कि वह रात 9 बजे से भस्मारती परमिशन की लाइन में खड़े हैं और नये वर्ष में भस्मारती दर्शन करना चाहते हैं। बिंद्रा पाठक निवासी अमेठी रात 8 बजे से कतार में सुबह तक खड़े रहे।

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