उज्जैन:भाजपा के पूर्व विधायक ने कांग्रेस से मांगा टिकट!

उज्जैन। भाजपा के एक पूर्व विधायक पार्टी से उपेक्षित महसूस करने के कारण कांग्रेस का दामन थाम सकते है। यह बात मंगलवार को उस समय कांग्रेस पार्टी में चर्चा का कारण बन गई, जब पूर्व विधायक जिले के कद्दावर नेता से मिलने उनके घर पहुंच गए। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने उज्जैन-आलोट संसदीय सीट से टिकट भी मांगा है।
सूत्रों के अनुसार घट्टिया के पूर्व विधायक डॉ. नारायण परमार मंगलवार सुबह अचानक कांग्रेस नेता डॉ. बटुकशंकर जोशी के घर पहुंच गए। यहां उन्होंने डॉ. जोशी के समक्ष प्रस्ताव रखा कि अगर वे उन्हें कांग्रेस से लोकसभा का प्रत्याशी बनवाने का वादा करे तो वह भाजपा छोड़ देंगे। इस संबंध में जोशी ने उन्हें क्या भरौसा दिया यह पता नहीं चल सका, लेकिन डॉ. परमार के डॉ. जोशी से मिलने पर पार्टी में ही तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है। हालांकि मामले में दोनों नेता फिलहाल स्पष्ट जवाब देने से बच रहे है।

नौकरी छोड़कर आए थे भाजपा में
डॉ. परमार करीब डेढ़ दशक पहले घट्टिया स्थित शासकीय अस्पताल में पदस्थ थे। इसी दौरान विधायक रामलाल मालवीय ने उनका तबादला करवा दिया था। नतीजतन डॉ. परमार ने नौकरी छोड़कर वर्ष 2003 में भाजपा से टिकट मिलने पर घट्टिया से चुनाव लड़ा। 2008 तक विधायक रहने के बाद वे हर चुनाव में दांवेदारी करते आ रहे हैं बावजूद उन्हें दोबारा मौका नहीं मिला। वहीं पार्टी ने उन्हें कोई बड़ी जवाबदारी भी नहीं सौंपी।

थक गया, कुछ सौंचना पड़ेगा-परमार
डॉ. परमार ने कहा कि कांग्रेस नेता डॉ. जोशी से उनके नजदीकी संबंध है इसलिए मिलने गए थे। जब उनकी और डॉ. जोशी की मुलाकात के बाद उनके नाम पर कांग्रेस में विचार का कहा तो उन्होंने योग्य समझने पर कांग्रेस को धन्यवाद कहा, लेकिन तुरंत ही राजनैतिक पैतरा बताते हुए पलट गए। बोले वे शुरू से भाजपा से जूड़े है इसलिए संगठन से ही दांवेदारी की है, लेकिन यह कहने से भी नहीं चूके की ११ साल से मौका मांग रहे है और अब थक गए है। इसलिए कुछ सोच रहे है।

डॉ. जोशी बोले… घर आए थे परमार
इस मामले में डॉ. जोशी से जब चर्चा की तो उन्होंने डॉ. परमार के घर आने की बात तो स्वीकारी, लेकिन टिकट मांगने की बात टाल गए। हांलाकि डॉ. परमार से मुलाकात को लेकर उन्होंने शाम को पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा की है, जिस पर सभी भौचक रह गए।

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