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ऑक्सीजन की अनावश्यक खपत:जरूरत नहीं, मिनट के हिसाब से दे रहे थे ऑक्सीजन, इसे रोका तो 30% तक बचेगी
कोविड हॉस्पिटल में किस तरह से ऑक्सीजन की अनावश्यक खपत हो रही है। इसका मामला उस समय सामने आया जब कलेक्टर आशीष सिंह शनिवार रात 3 बजे माधवनगर हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने पाया कि यहां सभी पॉजिटिव मरीजों को एक जैसी ऑक्सीजन सेट कर रखी है, जबकि जिस मरीज को जितनी आवश्यकता होती है, उतनी ऑक्सीजन सेट होना चाहिए। इससे मरीजों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती रहेगी और 30 प्रतिशत तक ऑक्सीजन की बचत होगी।
कोरोना की दूसरी लहर में लगातार बढ़ रहे मरीजों को चिकित्सकीय सेवाएं मिलती रहे, इसके लिए कलेक्टर आशीष सिंह शनिवार रात 3 बजे अस्पतालों की व्यवस्थाएं देखने अचानक पहुंच गए। उन्होंने कोविड हॉस्पिटल माधवनगर की व्यवस्थाओं काे देखने के साथ ही यहां भर्ती मरीजों से इलाज के बारे में जाना। उन्होंने मरीजों से पूछा कि आप लोगों को समय पर इलाज मिल रहा है या नहीं, यहां कोई परेशानी तो नहीं है। माधवनगर में वर्तमान में करीब 140 मरीज भर्ती हैं। अस्पतालों की व्यवस्था, मरीजों को अटेंड नहीं करने की शिकायत को लेकर कलेक्टर के पास आने वाली शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है। हॉस्पिटल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर्स से ऑक्सीजन की उपलब्धता और मरीजों की स्थिति के बारे में पूछा। उन्होंने यहां कोविड वार्ड में जाकर मरीजों की स्थिति का भी पता किया।
माधवनगर अस्पताल में डॉक्टर की कमी
उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया कि यहां डॉक्टर्स की कमी है, इसके लिए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि मरीजों के मान से डॉक्टर की उपलब्धता करवाई जाए। उन्होंने निरीक्षण में यह भी पाया कि पॉजिटिव मरीजों को 15 लीटर प्रति मिनट की दर से ऑक्सीजन सेट की है जबकि जिस मरीज को जितनी ऑक्सीजन की आवश्यकता है उसी के हिसाब से मशीन सेट होना चाहिए। इससे करीब 30 प्रतिशत ऑक्सीजन की बचत होगी। बची हुई ऑक्सीजन दूसरे मरीजों के लिए काम आ सके।
सुबह 5 बजे पहुंचे मेडिकल कॉलेज, व्यवस्थाओं में सुधार के लिए निर्देशित किया
कलेक्टर सुबह 5 बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचे तथा कोविड उपचार की व्यवस्था को देखा। कलेक्टर ने ऑक्सीजन सप्लाई के बारे में जानकारी ली तो पाया कि आवश्यकता अनुसार ही ऑक्सीजन सप्लाई की सेटिंग की है।
उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था ठीक है। यहां पर 100 नए ऑक्सीजन बेड तैयार किये जा रहे हैं जो जल्द ही शुरू होंगे। उन्होंने अस्पताल में कुछ व्यवस्थाओं में सुधार करने के लिए भी अधिकारियों को आदेशित किया। कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज को लेकर स्थिति बेहतर है लेकिन आम लोगों को भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, लक्षण दिखाई दिए जाने पर जांच करवाएं ताकि पहली स्टेज में ही कोविड के बारे में पता चले और समय पर इलाज शुरू किया जा सके।