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काेलंबों में शहर की तीन बेटियों ने जीते पदक, कथक में रही अव्वल
उज्जैन. शहर की तीन बेटियों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर नृत्य प्रस्तुति देकर नाम कमाया है। अवनी शुक्ला, अनन्या गौड़ आैर दीक्षा सोनवलकर ने कोलंबो में हुए अंतरराष्ट्रीय नृत्य समारोह में कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। जिसमें अवनि व अनन्या की युगल प्रस्तुति को गोल्ड के साथ पहला आैर दीक्षा को एकल प्रस्तुति में सिल्वर मैडल के साथ दूसरा स्थान मिला।
खास बात यह है कि छोटी उम्र से ही इन कलाकारों को नृत्य की ऐसी लगन लगी कि परीक्षा के दिनों में भी इन्होंने डांस की प्रैक्टि्स कभी नहीं छोड़ी।
आखिल भारतीय सांस्कृतिक संघ ग्लोबल काउंसिल ऑफ आर्ट एंड कल्चर की ओर से 19 से 24 दिसंबर तक कोलंबो (श्रीलंका) में छठवें कल्चरल ओलंपियाड ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट, कांटेस्ट ऑफ डांस-ड्रामा एंड म्युजिक का आयोजन किया गया था।
पुणे में राष्ट्रीय स्तर पर मई 2016 में हुई स्पर्धा के आधार पर शहर की अवनी, अनन्या आैर दीक्षा का चयन इसके लिए हुआ था।
कोलंबो में इन तीनों कलाकारों ने शास्त्रीय कथक नृत्य में अपनी प्रस्तुतियां दीं। अवनि व अनन्या ने शास्त्रीय कथक में युगल नृत्य किया। वहीं दीक्षा ने शास्त्रीय एकल कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। 23 दिसंबर को हुए अवार्ड सैरेमनी में अवनी व अनन्या को गोल्ड मैडल के साथ जूनियर वर्ग में पहला स्थान मिला। इसी वर्ग में दीक्षा ने सिल्वर मैडल पाकर दूसरा स्थान पाया। कोलंबो से यह तीनों कलाकार सोमवार को शहर लौटेंगी।
तीनों कलाकारों ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता आैर नृत्य प्रशिक्षिका पद्मजा रघुवंशी को दिया।
नृत्य के साथ पढ़ाई में भी अव्वल
तीनों कलाकार पढ़ाई में भी अव्वल हैं। 13 साल की अवनि 8वीं में पढ़ती हैं आैर तीन साल की उम्र से नृत्य प्रशिक्षण ले रही हैं। अवनी ने बालरंग की राज्य स्तरीय नृत्य स्पर्धा में 2013-14 में पूरे प्रदेश में पहला स्थान पाया था।
वहीं 14 साल की 9वीं कक्षा की छात्रा अनन्या इसके पहले नेपाल में इंटरनेशनल नेपाल डांस एंड म्युजिक फेस्टिवल में क्लासिकल नृत्य में प्रथम आैर सेमी क्लासिकल में द्वितीय स्थान प्राप्त कर चुकी है। अनन्या की माता कल्पना व पिता अनुराग बैंक अधिकारी हैं।
15 साल की दीक्षा सात साल की उम्र से प्रशिक्षण ले रही हैं। दीक्षा 2015 में नईदिल्ली में हुए बाल कला उत्सव में भी एकल नृत्य में प्रथम पुरस्कार जीत चुकी हैं। 10वीं कक्षा की छात्रा दीक्षा के संयुक्त आयुक्त प्रतीक सोनवलकर एवं लेक्चरर पंकजा की पुत्री हैं।
तीनों का नृत्य के साथ पढ़ाई पर भी बराबर फोकस रहता है। जिसके कारण हर वर्ष उनका रिजल्ट प्रथम श्रेणी में ही रहता है।
समारोह में अवनि के साथ शामिल हुए उसके पिता रवि शुक्ला एवं माता अंजना शुक्ला ने बताया अंतरराष्ट्रीय समारोह में गायन, वादन आैर नृत्य की तीनों श्रेणियों में दुनिया के अलग-अलग देशों से आए 608 कलाकारों ने प्रस्तुतियां दी।
प्रशिक्षिका रघुवंशी ने बताया तीनों छात्राएं पिछले 8-10 से उनसे प्रशिक्षण ले रही हैं। उन्होंने परीक्षा के दिनों में भी कभी अपनी प्रेक्टि्स मिस नहीं होने दी। इसी लगन के कारण उन्हें यह स्थान मिला है।