- महाकाल मंदिर में नए कामों की शुरुआत, नए साल की दर्शन व्यवस्था तय होगी
- बीकानेर से उज्जैन पहुंची अमृत महोत्सव रथ यात्रा, हुई पूजा अर्चना, मां शिप्रा का जल लेकर इंदौर रवाना
- उज्जैन में आज रजत पालकी में नगर भ्रमण पर निकलेंगे कालभैरव
- जिस क्षेत्र से मिली हार, वहां हाथ जोड़कर धन्यवाद व्यक्त करने घर-घर जाएंगी कांग्रेस प्रत्याशी
- कड़ाके की ठंड से उज्जैन के रहवासी हुए परेशान, तीन दिन में तापमान 9 डिग्री गिरा
शनिवार भस्म आरती दर्शन:भांग, चंदन, आभूषणों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के शनिवार को तड़के भस्म आरती के दौरान 3 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन – अभिषेक किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों से बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार किया गया।
भगवान महाकाल को रजत का त्रिपुण्ड और चंद्र अर्पित कर श्रृंगार किया गया, भस्म अर्पित कर शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की भगवान महाकाल ने फल और मिष्ठान का भोग लगाया भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया।
महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।