- भस्म आरती: बाबा महाकाल ने देवी स्वरूप में दिए भक्तों को दर्शन, चारों ओर जय श्री महाकाल की गूंज हुई गुंजायमान
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- भस्म आरती: नवरात्र का पहला दिन आज, देवी के स्वरूप में किया गया बाबा महाकाल का श्रृंगार
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सप्तसागर यात्रा और दान
- रूद्र सागर: हरसिद्धि पाल पर स्थान है। नमक और नंदी (बैल) की मूर्ति का दान है।
- पुष्कर सागर: नलिया बाखल में कुण्ड है, पीला वस्त्र, चना दाल व स्वर्ण का दान है।
- क्षीर सागर: नई सड़क पर तालाब है, साबूदाने की खीर और पात्र का दान है।
- गोवर्धन सागर: निकास चैराहे के पास तालाब है। माखन मिश्री, पात्र में गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र तथा पुरूष के वस्त्र को दान है।
- रत्नाकर सागर: ओंडासा गाँव में तालाब है। पंचरत्न, स्त्री के श्रृंगार की वस्तुएँ तथा स्त्री के वस्त्रों का दान।
- विष्णु सागर: अंकपात राम लक्ष्मण मंदिर के पीछे सागर पर विष्णु की मूर्ति, पूजन के पंच पात्र का दान है।
- पुरुषोत्तम सागर: अंकपात दरवाजे के पास का तालाब, इसे सोलह सागर भी कहते हैं। यहाँ चालनी में मालपुआ का दान होता है।