- अक्षय तृतीया पर उज्जैन जिले के दाऊदखेड़ी पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, सभी नवविवाहितों को दीं शुभकामनाएं; सामूहिक विवाह समारोह में 70 जोड़ों ने किया विवाह
- अक्षय तृतीया पर उज्जैन में गूंजे परशुराम जयकारे, निकलीं भव्य शोभायात्राएं; श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
- उज्जैन की नई सड़क पर रिक्शा चालक की संदिग्ध हालत में जली हुई लाश मिलने से सनसनी, शराब की बोतल और लाइटर बरामद; पुलिस हर पहलू से कर रही जांच
- योग गुरु रामदेव ने महाकालेश्वर मंदिर में की विशेष पूजा, भस्म आरती में हुए शामिल; दो घंटे तक ध्यान, जप और आराधना में लीन रहे!
- तेजस्वी कार्यक्रम के अंतर्गत उज्जैन में आयोजित हुआ जिला स्तरीय मेला, 65 स्कूलों की 56 टीमों ने दिखाया स्टार्टअप विजन; 65 स्कूलों के छात्रों को मिली ₹57.58 लाख सीड मनी
भस्म आरती दर्शन: भांग, चंदन, सूखे मेवों से बाबा महाकाल का गणेश रूपी दिव्य श्रृंगार

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुरुवार तड़के भस्म आरती के दौरान तीन बजे मंदिर के कपाट खोले गए। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक्कर, शहद, फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भांग, चंदन, सूखे मेवों गणेश रूपी दिव्य श्रृंगार किया गया।
रजत का त्रिपुण्ड और चंद्र अर्पित कर भगवान महाकाल को भस्म चढ़ाई गई, शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की भगवान महाकाल ने। फल और मिष्ठान का भोग लगाया।
भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की और से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गयी। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।