उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने शुरू किया विक्रम संवत्:हिंदू कैलेंडर के नव वर्ष के पहले दिन जानिए विक्रमादित्य का उज्जैन से कैसा रहा जुड़ाव

उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने शुरू किया विक्रम संवत्:हिंदू कैलेंडर के नव वर्ष के पहले दिन जानिए विक्रमादित्य का उज्जैन से कैसा रहा जुड़ाव

आज गुड़ी पड़वा है। यानी हिंदू कैलेंडर के नव वर्ष का पहला दिन। इस कैलेंडर की शुरुआत MP के ही उज्जैन शहर से हुई। इस कैलेंडर को विक्रम कैलेंडर भी कहा जाता है। उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य ने विक्रम संवत् की शुरुआत की थी। तभी से इस कैलेंडर के अनुसार हिंदू नव वर्ष मनाया जाता है। हाल ही में तेलुगु में विक्रम नाम से फिल्म आई और फिर विक्रम वेधा नाम से हिंदी में रिमेक।…

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शारदीय नवरात्र की महाष्टमी सोमवार को

शारदीय नवरात्र की महाष्टमी सोमवार को

महामाया और महालया देवी को चढ़ेगी मदिरा की धारा उज्जैन।सोमवार को शारदीय नवरात्र की महाष्टमी पर चौबीसखंबा माता मंदिर स्थित देवी महामाया और महालया को कलेक्टर द्वारा मदिरा की धारा चढ़ाई जाएगी। सदियो पुरानी इस परंपरा का निर्वाह करते हुए प्रात: पूजन पश्चात 27 किलोमीटर लम्बी नगर पूजा प्रारंभ होगी,जोकि शाम तक चलेगी। इस दौरान विभिन्न देवी-भैरव एवं हनुमान मंदिरों पर पूजन कार्य सम्पन्न होगा। नगर पूजा का समापन शाम को महाकाल मंदिर पर शिखर…

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उज्जैन में कलेक्टर ने माता को पिलाई शराब:महालया और महामाया देवी को लगाया भोग

उज्जैन में कलेक्टर ने माता को पिलाई शराब:महालया और महामाया देवी को लगाया भोग

उज्जैन में दुर्गा अष्टमी पर कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने महालया और महामाया देवी को मदिरा का भोग लगाया। पूजा और आरती के बाद कलेक्टर ने शराब की हांडी लेकर शहर में शराब की धार चढ़ाने की शुरुआत की। दुर्गाष्टमी पर शहर में 27 किलोमीटर में शराब की धार लगाई जाती है। इस दौरान शराब की धार नहीं टूटती है। जानिए देवियों को शराब चढ़ाने और शहर में धार डलाने की परम्परा…

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ग्यारह सौ एक दीप जलते हैं देवी के दरबार में:उज्जैन में 2 हजार साल पुराना है हरसिद्धि मंदिर

ग्यारह सौ एक दीप जलते हैं देवी के दरबार में:उज्जैन में 2 हजार साल पुराना है हरसिद्धि मंदिर

उज्जैन में करीब दो हजार साल पुराना हरसिद्धि मां देश के 51 शक्तिपीठों में से है। हरसिद्धि माता उज्जैन के राजा विक्रमादित्य की आराध्य देवी हैं। हरसिद्धि माता मंदिर में छत पर श्रीयंत्र बना हुआ है। इसका तांत्रिक महत्व भी बताया जाता है। मंदिर में दो स्तंभों पर ग्यारह सौ एक दीप जलाए जाते हैं। इसी स्थान के पीछे भगवती अन्नपूर्णा की सुंदर प्रतिमा है। तंत्र साधना के लिए भी मां हरसिद्धि की आराधना की…

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उज्जैन में करें मां वैष्णो देवी के दर्शन

उज्जैन में करें मां वैष्णो देवी के दर्शन

जम्मू-कश्मीर के कटरा में विराजित मां वैष्णोदेवी तक यदि नहीं जा सकते हैं, तो कोई बात नहीं। उज्जैन में ही एक ऐसा मंदिर है, जहां ऊंचे पहाडऩुमा गुफा में मां वैष्णोदेवी के दर्शन होते हैं। जम्मू-कश्मीर के कटरा में विराजित मां वैष्णोदेवी तक यदि नहीं जा सकते हैं, तो कोई बात नहीं। उज्जैन में ही एक ऐसा मंदिर है, जहां ऊंचे पहाडऩुमा गुफा में मां वैष्णोदेवी के दर्शन होते हैं। नवरात्रि हो या आम दिन,…

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नवरात्री में उज्जैन दर्शन का अलग ही महत्व है !

नवरात्री में उज्जैन दर्शन का अलग ही महत्व है !

ujjainlive.com : वैसे तो उज्जैन नगरी में हर पर्व बहुत धूम धाम से मनाये जाते है चाहे वो सावन उत्सव हो , श्राद्ध के दौरान उमा सांझी उत्सव , गणेश उत्सव आदि परन्तु उज्जैन दर्शन का नवरात्री में बहुत महत्व है ! माता हरसिध्दि महाकाल मंदिर के पास ही विराजित है ५२ शक्तिपीठ में से एक यह मंदिर है ! माता हरसिद्धि सम्राट विक्रमादित्य की कुल देवी भी है ! कहा जाता यही की सम्राट…

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