इलाज में देरी की शिकायत करने पर डॉक्टर ने घायल को मारा मुक्का

सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज होने के 48 घंटे बाद जिला अस्पताल में मरीज को देखने आए डॉक्टर

उज्जैन। जिला अस्पताल में संभाग भर से मरीज उपचार कराने पहुंचते हैं, लेकिन यहां आलम यह हैं कि मरीजों की सुनवाई नहीं होती उलटे यदि मरीज मदद के लिये सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करें तो डॉक्टर उन्हें मुक्के मारकर चुप रहने की धमकी देते हैं। ऐसा ही मामला रविवार को जिला चिकित्सालय के हड्डी वार्ड में सामने आया। अब मरीज अपने परिजनों के साथ डॉक्टर की शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराने के बाद एसपी को भी लिखित आवेदन देने जा रहा है।

गोविंद पिता सरदार सिंह 27 वर्ष निवासी बड़ौद चद्दर गिरने के कारण घायल हुआ। उसे परिजन शनिवार दोपहर उपचार के लिये जिला चिकित्सालय लेकर आये। यहां इमरजेंसी में डॉक्टर ने गोविंद का परीक्षण किया। दवाएं लिखकर उसे हड्डी वार्ड में भर्ती किया गया। गोविंद को हड्डी वार्ड में नर्सों ने एक इंजेक्शन लगाकर बाटल चढ़ा दी। रात में गोविंद को तकलीफ बढ़ गई।

महिला की मौत के बाद रात 12 बजे हुआ हंगामा
गीताबाई पति आत्माराम 30 वर्ष निवासी मीन मजदूरी करती थी। वह गांव की अन्य महिलाओं के साथ सड़क पार कर रही थी तभी मारूति कार चालक ने उसे टक्कर मारकर घायल कर दिया। परिजन उसे जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे जहां रात करीब 12 बजे गीताबाई की मृत्यु हो गई। परिजन उसका शव लेकर गांव जाने लगे। अस्पताल स्टाफ ने शव को पीएम रूम में रखने की बात कही तो दोनों पक्षों के बीच कहासुनी के बाद हंगामा हुआ। अस्पताल से भेरूगढ़ थाने को सूचना दी गई। पुलिस ने यहां पहुंचकर मृतिका के परिजनों को समझाया और शव को पीएम रूम में रखवाया।

मामला संज्ञान में आया है
मामला अभी संज्ञान में आया है। मरीज और डॉक्टर से चर्चा के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
डॉ. जितेन्द्र शर्मा, आरएमओ जिला अस्पताल

मैं टीएल मीटिंग में हूं
सिविल सर्जन डॉ. पीएन वर्मा ने बताया कि मैं टीएल मीटिंग में हूं, मीटिंग से फ्री होकर बात कर सकता हूं, जबकि सीएमएचओ डॉ. संजय शर्मा ने तो कॉल तक रिसीव नहीं किया।

 

 

डॉयल 100 पहुंची अस्पताल
गोविंद के साथ डॉ. दंडोतिया द्वारा मारपीट की गई तो उसने आज सुबह डायल 100 को फोन लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची। गोविंद ने पुलिसकर्मियों से कहा कि मेरे साथ डॉक्टर द्वारा मारपीट की गई है उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना है। बाद में एसपी को भी शिकायत दर्ज कराएंगे।

पूरे दिन कोई देखने नहीं आया
उसने नर्सों व अन्य स्टाफ के लोगों से कहा कि डॉक्टर को बुला दीजिये मुझसे तकलीफ सहन नहीं हो रही, लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी। गोविंद के भाई ने बाजार से दवा लाकर उसे दी और अस्पताल में लापरवाही की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में कर दी। शनिवार को उपचार के लिये भर्ती हुए गोविंद का आरोप है कि रविवार दोपहर करीब 2 बजे डॉ. अजय दंडोतिया हड्डी वार्ड में भर्ती मरीजों को देखने आये। वह सीधे गोविंद के पास पहुंचे, गोविंद अपनी तकलीफ उन्हें बताने लगा तो डॉ. दंडोतिया ने उसे मुक्का मार दिया और कहा कि सीएम हेल्पलाइन में शिकायत क्यों की। न जाने कहां से पकड़कर ऐसे लोगों को अस्पताल में ले आते हैं लोग।

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