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उज्जैन:अनुमति ऑनलाइन की, दुकानों से मनमाने दामों पर हो रही किराना बिक्री
उज्जैन।लॉकडाउन और कफ्र्यू के आदेश का असर सिर्फ आमजन पर है, किराना, फल और सब्जी व्यापारी अपने-अपने तरीकों से मुनाफाखोरी में लगे हुए हैं। जिन किराना व्यापारियों को प्रशासन ने ऑनलाइन होम डिलेवरी की अनुमति दी वह दुकानों के आधे शटर खोलकर ग्राहकों को सामान दे रहे हैं।
खास बात यह कि दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं हो रहा, जबकि कुछ खेरची किराना व्यापारी तो बिना अनुमति के फर्जी पास गले में डालकर दुकानों से सामान बेच रहे हैं। वहीं प्रशासन के अधिकारी सिर्फ मुख्य चौराहों और बाजारों में पहुंचकर एक-दो लोगों पर कार्रवाई कर रहे हैं जबकि उनके जाते ही कुछ व्यापारी फिर नियमों को दरकिनार कर अपना काम शुरू कर देते हैं।
लॉकडाउन 1.0 के लागू होते ही प्रशासन द्वारा आवश्यक सामग्री विक्रय की दुकानों को ऑनलाइन आर्डर लेकर होम डिलेवरी की परमिशन देते हुए छूट दी गई थी। कुछ दिनों तक तो व्यापारियों ने किराना सामग्री की होम डिलेवरी भी की लेकिन अब जबकि लॉकडाउन 3.0 लागू होने के बाद प्रशासन द्वारा रियायतों का दायरा बढ़ाया गया है ऐसी स्थिति में किराना दुकानों पर पूर्व के अनुसार ही नियम लागू रहने के आदेश दिये गये हैं बावजूद इसके अनेक किराना व्यापारी होम डिलेवरी के नियम का पालन न करते हुए दुकानों के आधे शटर खोलकर अपनी दुकानों से खेरची किराना सामान विक्रय कर रहे हैं।
खास बात यह कि जो पुलिसकर्मी शहरवासियों को लॉकडाउन का पालन करने के लिये घरों में रहने की हिदायतें व समझाईश दे रहे हैं वही इन किराना दुकानों को खुलवाकर खेरची किराना सामग्री भी खरीद रहे हैं।
शहर में खेरची किराना दुकानें नहीं खुलने के कारण जो लोग होम डिलेवरी के नाम पर अपनी दुकानों से सामान विक्रय कर रहे हैं वह हर आयटम पर रेट बढ़ाकर ग्राहकों से वसूल रहे हैं। जरूरतमंद लोग अपनी कालोनी, गली, मोहल्ले की दुकानें बंद होने के कारण ऊंचे दामों में व्यापारियों से आवश्यक किराना सामान खरीदने को बाध्य हो रहे हैं।
यह है आपूर्ति की स्थिति: लॉकडाउन और कफ्र्यू के दौरान केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा आवश्यक किराना सामग्री की आपूर्ति के लिये देश के किसी भी कौने से किसी भी कौने तक ट्रकों व मालवाहक वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। शहर में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में सभी खाद्य सामग्री की ट्रक प्रतिदिन उज्जैन पहुंच रहे हैं। दौलतगंज थोक किराना बाजार से शहर की सभी रिटेल दुकानों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी डिमांड के आधार पर माल सप्लाय हो रहा है। जब किराना सामग्री की आपूर्ति लगातार हो रही है उसके बावजूद लॉकडाउन का बहाना बनाकर रेट बढ़ाकर अधिक मुनाफा कमाने में कुछ व्यापारी लगे हुए हैं।
1 से 10 तक रहती है अधिक डिमांड: नौकरीपेशां आमजन प्रतिमाह की 1 से 10 तारीख के बीच आवश्यक किराना सामग्री खरीदते हैं। अनेक लोग पूरे माह के लिये एक साथ किराना खरीदकर घरों में स्टाक करते हैं ऐसे में 24 मार्च के बाद अप्रैल की 1 से 10 तारीख के बीच लॉकडाउन रहने से लोगों को किराना सामान ऊंचे दामों पर खरीदना पड़ा जबकि मई माह की 3 तारीख गुजर जाने के बाद भी यथास्थिति बनी हुई है।
यह है किराना रेट की स्थिति
नोट: उक्त किराना सामग्री में क्वालिटी या कंपनी के माल की कोई ग्यारंटी नहीं है। व्यापारी के पास जो उपलब्ध होगा उसे खरीदना उपभोक्ता के लिये अनिवार्य है।