उज्जैन:भीड़ उमड़ती देख बैंक प्रबंधकों के हाथ-पैर फूले

सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कहीं पुलिस ने चेताया तो कहीं नदारद दिखे जवान

चेतावनी : पुलिस भी बैंकों का सहयोग करते हुए लाइन में लगे लोगों को अलर्ट करते दिखाई दी

समझाइश : दशहरा मैदान स्थित बैंक के बाहर लगी लाइन में महिला-पुरुष लगे एक साथ, मैनेजर ने दी समझाइश

लॉकडाउन के चलते लोग बैंक खुलने पर पैसे निकालने के लिए एकत्र हो रहे हैं। इसी के चलते बुधवार को शहर की अधिकांश बैंकों में लोगों की भीड़ को देखते हुए अब तो बैंक प्रबंधकों के भी हाथ-पैर फूलने लगे। अमूमन बैकों के बाहर लगी भीड़ को संभालने के लिए बैंक कर्मचारियों के साथ बैंक प्रबंधक भी लोगों को सोशल डिस्टेंस के पालन करवाते हुए दिखाई दिए। इधर पुलिस भी बैंकों के सहयोग में लोगों को अलर्ट करते दिखाई दी।

दरअसल, बैंकों में कुछ दिन पहले से जनधन खाता धारकों की चहल-पहल बनी हुई थी लेकिन बुधवार को तो हालात यह थे कि जनधन खाता धारकों के साथ सेविंग खाता धारक भी पैसा निकालने के लिए बैंकों के बाहर लाइनों में नजर आ रहे थे।

इसमें कहीं तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था तो कहीं पुलिस लोगों को समझा रही थी। माधव क्लब रोड स्थित ऑरियेंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के बाहर जब ग्राहकों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा था तो पुलिस ने लोगों के साथ बैंक के कर्मचारियों को भी चेताया कि यहां आने वाले लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाएं।

 

यहां बैंक के बाहर आकर लोगों को समझाया –

दशहरा मैदान स्थित बैंक ऑफ इंडिया के बाहर भी महिलाओं व पुरूषों की एक ही लाइन लगाई गई, जिसके बाद भी सोशल डिस्टेंसिग न देख बैंक के चीफ मैनेजर अनिल करवंद स्वयं लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने के लिए जोर दिया।

वहीं बैंक ऑफ इंडिया की सेठी नगर शाखा में तो लोगों को एक लंबी लाइन में खड़ा किया जा रहा था, फिर भी कुछ लोग सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे थे। जिसको देख बैंक के मुख्य प्रबंधक ललित कुमार आचार्य को बार-बार बैंक से बाहर निकलना पड़ रहा था और लोगों को भीड़ न लगाने के लिए चेताया जा रहा था।

 

रुपए निकालने में कोई परेशानी नहीं आई-

 विवेकानंद कॉलोनी स्थित हेमंत कदम ने बताया सेठीनगर स्थित बैंक ऑफ इंडिया में शाखा में पैसे निकालने के लिए आया हूं। पुलिस को वास्तविक स्थिति बताई तो उन्होंने जाने की इजाजत दी। बैंक बंद होने से फाइनेंशियली दिक्कत हो रही थी। यहां काफी भीड़ है फिर भी देर से ही सही पर काम हो गया।

 

सैनेटाइजर के बाद ही बैंक में मिला प्रवेश-

 मक्सीरोड निवासी देवकरण बताते हैं कि सेठीनगर स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में वह अपनी मां के साथ आए हैं। खड़े-खड़े करीब दो घंटे बीत चुके हैं। बैंक के बाहर ही पीने के पानी की व्यवस्था की गई है और सैनेटाइजर के बाद ही बैंक के अंदर प्रवेश मिल रहा है।

डॉक्टर के पर्चे की मदद से पहुंच पाए बैंक- नितिन जैन निवासी सुदामानगर ने बताया कि वे दशहरा मैदान बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में अपनी पत्नी के साथ आए हैं। रास्ते में एक दो बार पुलिस ने रोका लेकिन डॉक्टर के पर्चे की मदद से वे आ गए। बैंक के बाहर खड़े दो घंटे हो गए हंै लेकिन नंबर नहीं आया।

 

मॉनीटरिंग के साथ निर्देशित किया जा रहा है –

भी बैंकों के स्टॉफ सहित खाताधारकों को भी लॉकडाउन के नियम अपनाने पड़ेंगे। जिसे लेकर समय-समय पर मॉनीटरिंग के साथ निर्देशित किया जा रहा हैं। हमारा प्रयास है बैंक में आने वाले सभी सरकार के निर्देशों का पालन करें।

– अरुण गुप्ता, लीड डिस्ट्रिक्ट मैनजर

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