उज्जैन का पौहा उद्योग बंद, 1200 कर्मचारी बेरोजगार

एसोसिएशन की मांग : दूसरे जिलों की तरह उज्जैन में उद्योग शुरू करने की अनुमति दे प्रशासन

कोरोना को लेकर पूरे देश मेें लॉकडाउन लगाया गया है जिसके चलते कई उद्योग बंद है, जिसमें पौहा उद्योग भी शामिल है। इसका आर्थिक भार संचालकों के साथ वहां पर काम करने वाले कर्मचारियों पर पड़ा हैं। इस दौरान वे सभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बैरोजगार हो गए हैं। गौरतलब है कि देश का लगभग 50 प्रतिशत पौहे की आपूर्ति उज्जैन से होती है। रोजाना करीब 20 ट्रक माल दूसरे शहरों में भेजा जाता था। जो इन दिनों बंद है।

दरअसल, एक पौहा फैक्ट्री में लगभग 200 कर्मचारी काम करते थे, जो इस समय प्रतिबंध के कारण प्रत्यक्ष रूप से बैरोजगार हो गए है। इसी तरह शहर में करीब 40 पौहा फैक्टी है, जिसमें 1200 कर्मचारी कार्य करते थे।

सीहोर, खरगोर जैसे जिलों में पौहा उद्योग संचालित किया जा रहा हैं। अक्षरविश्व के माध्यम से पौहा एसोसिएशन के ईश्वर सिंह पटेल, जितेंद्र राठी, गिरीश माहेश्वरी, सोहनलाल, अभय मामा, मयंक पटेल आदि ने प्रशासन से मांग की है कि वे उक्त जिलों की भांति उज्जैन शहर में भी पौहा उद्योग को संचालित करने की छूट पर विचार करें।

 

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