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उज्जैन-फतेहाबाद ब्रॉडगेज:145 साल बाद उज्जैन-फतेहाबाद के बीच ब्रॉडगेज पर चलाएंगे ट्रेन
145 साल बाद उज्जैन-फतेहाबाद के बीच ब्राॅडगेज पर ट्रेन चलाने का रास्ता साफ हो गया है। इसके पहले 1876 में अंग्रेजों ने यहां पर रेल लाइन डाली थी। तब चार साल में काम पूरा हुआ था। उज्जैन में मीटरगेज ट्रेनों का इतिहास 145 साल पुराना है। अंग्रेजों ने 1871-72 में इंदौर से नीमच के बीच रेल लाइन डालने का प्रस्ताव बनाया था। तब उज्जैन को शामिल नहीं किया था। तत्कालीन सिंधिया महाराज ने उज्जैन को जोड़ने का आग्रह किया। इसके लिए उन्होंने अंग्रेजों को 75 लाख रुपए का लोन दिया था। इसके बाद 1876 में उज्जैन में भी रेल लाइन डाली गई थी।
उज्जैन-फतेहाबाद ब्रॉडगेज का काम पूरा हो गया है। गुरुवार को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी इसका निरीक्षण करेंगे। डीआरएम विनीत गुप्ता का कहना है कि निरीक्षण के बाद यहां ट्रेन चलाई जा सकती है। इस रुट पर फतेहाबाद के समीप वाय ट्रैक बनाया है। इससे इंदौर और रतलाम के दोनों रूट पर एक साथ ट्रेन का संचालन सुलभ हो जाएगा।
ब्रॉडगेज के काम के पूरे होने और ट्रेन चलने से दो बड़े फायदे होंगे। पहला-उज्जैन-इंदौर-देवास को सर्किल ट्रेन रूट मिलेगा, जो मेट्रो की तरह काम करेगा। दूसरा- उज्जैन से फतेहाबाद के बीच में पड़ने वाले 18 गांवों में विकास की रफ्तार तेज हो जाएगी। मीटर गेज को ब्रॉडगेज में बदलने के लिए इस मार्ग पर फरवरी 2014 से ट्रेन का संचालन बंद है।
दो फायदे; ट्रैक पूरा होने से इंदौर के लिए दो मार्ग
1. 16 किलोमीटर कम यात्रा करना होगी
उज्जैन से इंदौर के लिए फिलहाल एक ही रूट है। यह वाया देवास है। इसकी दूर 79 किलोमीटर है। इस रूट पर भी सिंगल लाइन हाेने से यात्रियों को सवा से डेढ़ घंटा लग रहा है। उज्जैन से इंदौर वाया फतेहाबाद की दूरी 63 किमी है। इसके पूरे होने से उज्जैन-फतेहाबाद-इंदौर-देवास-उज्जैन सर्किल बन जाएगा। इससे उज्जैन-इंदौर के लिए दो रूट मिल जाएंगे। वाया फतेहाबाद जाने पर 16 किमी कम यात्रा करना होगी।
2. उज्जैन-फतेहाबाद के गांवों का विकास
18 गांवों को मिलेगी सुविधा : काम पूरा होने के बाद जवासिया, हासामपुरा, बिंद्राजखेड़ा, गोंदिया, लिंबा पिपल्या, लेकोड़ा, राणाबड़, कांकरिया, खेड़ा, चिराखान, शिवपुरा खेड़ा, रालामंडल, टंकारिया, टकवासा, ऐरवास, तालोद, हासामपुरा, नीलकंठ, झारोलिया, मुंडला सुलेमान इन 18 गांवों के लोगों को फायदा मिलेगा। दूध, मावा, सब्जियां, कृषि उपज जैसे गेहूं, चना, सोयाबीन भेज सकेंगे।
15 किमी प्रतिघंटा से दौड़ेगी सीआरएस स्पेशल, छोटे-बड़े पुल से मोड़ का तकनीकी पक्ष परखेंगे
उज्जैन. आखिर वह दिन आ गया जिसका इंतजार था। उज्जैन-फतेहाबाद ब्रॉडगेज का जायजा लेने के लिए कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी गुरुवार को आएंगे। वे 21.54 किमी लाइन का निरीक्षण करेंगे। वे सुबह 9 बजे उज्जैन स्टेशन पहुंचेंगे। यहां से सुबह फतेहाबाद के लिए सीआरएस स्पेशल में सवार होंगे। शिप्रा ब्रिज कैबिन से फतेहाबाद के बीच मोटर ट्रॉली 15 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेगी।
सुबह 11 से 11.30 बजे तक चिंतामन स्टेशन और वहां की व्यवस्थाएं देखेंगे। दोपहर 1.15 से 1.30 बजे तक लेकोड़ा के स्टेशन पर रहेंगे। इसके बाद शाम 5 से 5.30 बजे तक फतेहाबाद स्टेशन का जायजा लेंगे। यहां से शाम 6 बजे शिप्रा ब्रिज कैबिन से फतेहाबाद जाएंगे।