उद्योग नगरी, हमारा उज्जैन:100 करोड़ का निवेश, 5 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार

उज्जैन में अधिकतम दो साल के भीतर फर्स्ट क्राय, मदर केयर, रिबोक, नायकी जैसे कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के गारमेंट्स और होजियरी कपड़े बनने लगेंगे। इसका एक बड़ा कारखाना इंदौर रोड पर कराड़िया में लगेगा। इसकी जमीन देखने के लिए एकेवीएन के अधिकारी इंदौर से आकर मंगलवार को दौरा करेंगे।

इधर देवासरोड पर बेस्ट लाइफ स्टाइल इंडस्ट्रीज सोयाबीन प्लांट की जमीन पर आ रही है, यहां भी होजियरी के साथ 3 साल तक के बच्चों के रेडिमेड कपड़े तैयार होंगे। सोयाबीन प्लांट की 42 एकड़ जमीन भी उद्योग के लिए लेने का रास्ता लगभग साफ हो गया है।

इसके अलावा उज्जैन जिले में कहां उद्योगों के लिए जमीन हासिल हो सकती है, यह भी एकेवीएन के अफसर कलेक्टर के साथ दौरा कर देखेंगे। जमीन उपयुक्त मिल जाती है तो उन पर नए उद्योगों को लाया जाएगा।

बिनोद मिल की तरह सोयाबीन प्लांट का मुद्दा हल होगा

सोयाबीन प्लांट पर बेस्ट होजियरी का कारखाना लगाने के लिए जमीन दी जा चुकी है। अन्य जमीन पर दो और उद्योगों के प्रस्ताव हैं। तिलहन संघ के साथ मुद्दा हल हो जाता है तो यहां और भी उद्योग आ सकते हैं। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव का कहना है कि बिनोद-बिमल मिल की जमीन का मसला जिस तरह बिना किसी को नुकसान पहुंचाए हल किया गया।

उसी तरह तिलहन संघ की जमीन का मामला भी हल किया जा सकता है। उद्योग विभाग की जमीन के अलावा जो जमीन तिलहन संघ की है, उसे लेकर नए सिरे से प्रयास किए जा रहे हैं। यह जमीन मिल जाती है तो यहां क्लस्टर के लिए भी जमीन उपलब्ध हो सकेगी।

उद्योगाें के लिए तिलहन संघ की जमीन लेंगे

उज्जैन में नए उद्योगों की शुरुआत ने एकेवीएन ने कई उद्योगों के साथ बातचीत कर ली है। डॉ. यादव के अनुसार सोयाबीन प्लांट की बकाया 42 एकड़ जमीन भी उद्योगों के लिए लेने के लिए रास्ता साफ हो गया है। इस प्लांट के लिए जरूरी जमीन का 45 एकड़ का एक हिस्सा उद्योग विभाग ने दिया था तथा 42 एकड़ जमीन तिलहन संघ ने खरीदी थी।

उद्योग बंद होने के बाद उद्योग विभाग की जमीन विभाग को वापस हो गई है लेकिन तिलहन संघ द्वारा खरीदी जमीन का मामला उलझा हुआ है। डॉ यादव ने सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया व तिलहन संघ के उच्च अधिकारी अजीत केसरी व नरेश पाल के साथ बैठक कर यह जमीन उद्योगों को देने में आने वाली बाधाओं पर बातचीत की।

बताया गया कि तिलहन संघ और कर्मचारियों के बीच का लेन-देन बकाया है। डॉ यादव ने कहा समस्या हल करेंगे, इस पर फिर से चर्चा की जा सकती है। कर्मचारियों के मुद्दे पर भी बातचीत से हल निकाला जा सकता है।

कराड़िया में तीन जगह उद्योगों के लिए जमीन

एकेवीएन पीथमपुर के प्रतिभा सिंथेटिक्स का कारखाना उज्जैन में ला रहा है। 100 करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश वाले इस उद्योग में भी 5 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रतिभा सिंथेटिक्स को इंदौर रोड पर कराड़िया की जमीन दिखाई गई है। कराड़िया में उपलब्ध जमीन के तीन हिस्सों को उद्योग विभाग को हस्तांतरित करने के लिए भी कार्रवाई शुरू हो गई।

जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र ने एसडीएम को कराड़िया (नवाखेड़ा) भूमि सर्वे नंबर 212/मिन-1 रकबा 5.62 हेक्टेयर एवं 212/मिन-2 रकबा 0.22 हेक्टेयर कुल रकबा 5.84 हेक्टेयर, भूमि सर्वे नंबर 221/1 रकबा 7.27 हेक्टेयर तथा इसी गांव की भूमि सर्वे नंबर 118 रकबा 6.99 हेक्टेयर, 119 रकबा 3.76 हेक्टेयर एवं 270 रकबा 3.24 हेक्टेयर कुल रकबा 13.99 हेक्टेयर नजूल भूमि के हस्तांतरण/स्थाई पट्टे पर भूमि आवंटन के लिए प्रभारी अधिकारी नजूल को आवेदन दिया। यह तीनों जमीन जिला व्यापार एवं उद्योग को हस्तांतरित करने को लेकर 8 जुलाई तक दावे आपत्ति भी बुलाई गई है।

दो-तीन महीनों में आ सकते हैं और नए उद्योग

एकेवीएन के प्रमुख रोहन सक्सेना टीम के साथ मंगलवार सुबह उज्जैन आएंगे। वे कलेक्टर आशीष सिंह और उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ उद्योगों के लिए चुनी गई जमीनों का अवलोकन करेंगे। सक्सेना के अनुसार उपयुक्त जमीन मिलती है तो दो से तीन महीने में अनेक उद्योगों आ सकते हैं।

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर अवलोकन

मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के 11 जुलाई के प्रस्तावित दौरे को लेकर सोमवार को डॉ. यादव ने कलेक्टर के साथ सोयाबीन प्लांट की जमीन, माधव नगर अस्पताल में निर्मित ऑक्सीजन प्लांट का अवलोकन किया। यादव ने उद्योगपति धीरेंद्र कुमार मलानी से कहा वे भूमिपूजन के बाद उद्योग निर्माण का काम शुरू कर दें। दौरे में विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल थे।

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