गैस सब्सिडी छोड़ी, मोदी ने भेजा प्रशंसा पत्र

उज्जैन ।  महाकाल गैस सेंटर पर गुरुवार को एलपीजी सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी छोडऩे वालों का सम्मान किया गया। इन उपभोक्ताओं को प्रधानमंत्री के संदेश, हस्ताक्षरयुक्त प्रमाण पत्र भी भेंट किए गए। जिले में करीब 2700 उपभोक्ताओं ने सब्सिडी का त्याग किया है।
सरकार ने किया आह्वान
 सरकार ने सक्षम उपभोक्ताओं से गिव इट अप योजना में शामिल हो कर गैस सब्सिडी छोडऩे का आह्वान किया था। इनका गैस कंपनी और एजेंसियों की ओर सम्मान किया जा रहा है। उज्जैन एलपीजी वितरक एसोसिएशन के अध्यक्ष और महाकाल गैस सेंटर के संचालक भगवानदास एरन ने बताया कि सब्सिडी छोडऩे वाले उपभोक्ताओं के सम्मान का क्रम जिले में प्रारंभ किया गया है। गुरुवार को महाकाल गैस सेंटर पर सम्मान समारोह आयोजित कर गिव इट अप योजना में शामिल होने वाले शिवा कोटवानी, प्रकाश चित्तोडा, कलावति यादव, नीलमणि बैंजामिन, सुनील पित्रे, एनजी अष्टेकर का सम्मान किया गया। आलोक एरन ने सभी को प्रधानमंत्री के संदेश और हस्ताक्षरयुक्त प्रमाण पत्र भेंट किए।
जिले में 2700 उपभोक्ता
एरन ने बताया जिले में 2700 उपभोक्ता गिव इट अप योजना में शामिल हुए हैं और सभी बाजार मूल्य पर एलपीजी सिलेंडर खरीद रहे हैं। इनका सम्मान भी होगा। प्रथम चरण में उज्जैन पहली बार उनकी एजेंसी के माध्यम से 30 उपभोक्ताओं के सम्मान-पत्र प्राप्त हुए हैं। इनका प्रतीकात्मक वितरण किया गया है।
गरीबों के लिए छोड़ी
देश में लाखों लोग आज भी एलपीजी कनेक्शन ही सुविधाओं से वंचित हैं। उनके घरों में चूल्हे पर खाना बनता है। उसके धुएं से उनकी सेहत पर्यावरण दोनों को नुकसान पहुंचता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सक्षम लोगों से इस योजना के तहत सब्सिडी छोडऩे की अपील की थी। इससे प्रेरित होकर गिव इट अप योजना में शामिल होने का निर्णय लिया है। इससे किसी गरीब के घर में एलपीजी कनेक्शन मुफ्त होगा।
चूल्हा फूंकने से निजात मिले
गिव इट अप स्कीम का मकसद है अमीर लोग गैस सब्सिडी का त्याग करें ताकि गरीबों को आधी कीमत पर गैस कनेक्शन दिए जा सकें और हर घर में महिलाओं को चूल्हा फूंकने से निजात मिले।
-शिवा कोटवानी, पूर्व विधायक

 

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