- भस्म आरती: मस्तक पर सूर्य, भांग, चन्दन और त्रिपुण्ड अर्पित कर किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
- भस्म आरती: बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार त्रिपुण्ड, भांग, चन्दन अर्पित करके किया गया!
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र, चन्दन और फूलों की माला अर्पित कर किया गया दिव्य श्रृंगार
- बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए 'गदर 2' के अभिनेता उत्कर्ष शर्मा, लगभग दो घंटे तक महाकाल की भक्ति में दिखे लीन; उत्कर्ष बोले- मेरे लिए बेहद अद्भुत अनुभव!
- भस्म आरती: वैष्णव तिलक, चन्दन का चंद्र, आभूषण अर्पित कर बाबा महाकाल का किया गया गणेश स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
तप की अनूठी बोली, रूपये नहीं 11.71 लाख बार करेंगे पूजा
उज्जैन | श्वेतांबर जैन समाज हमेशा कार्यक्रमों में रुपयों की बोली लगाकर धर्म लाभ लेता है लेकिन दो साध्वियों की तपस्या पूर्ण होने पर समाजजनों ने पारणा की बोली रुपए की जगह 11 लाख 71 हजार बार भगवान की पूजा करने जैसी तप की लगाई।
यह आयोजन खाराकुआं में श्री ऋषभदेव छगनीराम पेढ़ी के सामने स्थित सागर आराधना भवन में हुआ। यहां चातुर्मास में विराजित मुक्ति दर्शना श्रीजी की शिष्या साध्वी भक्ति दर्शना श्रीजी व पराग दर्शना श्रीजी ने 110 दिन की श्रेणी तप की आराधना की थी। आराधना की पूर्णाहुति पर समाजजनों की मौजूदगी में साध्वियों को पारणा कराने के लिए श्रेणी तप की बोली लगाई। दर्शन की बोली 11 लाख 71 हजार बार भगवान की प्रतिमा की 9 अंग की पूजा की लगी, जो उज्जैन की सीमा बेन गादिया ने ली। ज्ञान की बोली 81 लाख स्वाध्याय की लगी। तप की बोली भी 11 भाग्यशालियों ने ली। जयंतीलाल जैन तेलवाला ने बताया यह सारे तप समाजजनों को समय अनुसार तीन वर्ष में पूरे करने होंगे।