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दिशा की बैठक में भड़के सांसद बोले:महाकाल मंदिर को प्रयोगशाला मत बनाओ, हर श्रद्धालु सोला नहीं पहन सकता
जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में महाकाल मंदिर की दर्शन व्यवस्थाओं को लेकर सांसद अनिल फिरोजिया जमकर भड़के। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों से बाेले कि महाकाल मंदिर को प्रयोगशाला मत बनाओ। गर्भगृह में जाने वाला हर श्रद्धालु सोला नहीं पहन सकता है। श्रद्धालु असमंजस में रहता है कि वह सोला कहां से लाए।
महाशिवरात्रि पर आप लोगों ने नेताओं को तो खूब लंबा घुमाया और खुद सीधे रास्ते व शंखद्वार से भीतर पहुंचते रहे। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम व प्रशासक संदीपकुमार सोनी तर्क देने लगे तो सांसद ने कहा कि सुनो ये अधिकारियों के नहीं, हमारे महाकाल हैं। हम यहीं पैदा हुए, यहीं मरेंगे भी। आप तो चले जाओगे, हमें जवाब देना पड़ता है।
प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में सोमवार को आयोजित इस बैठक में सांसद की बातों का समर्थन महापौर मुकेश टटवाल व जगदीश अग्रवाल भी करते रहे। सांसद यहीं नहीं रुके। यह भी कहा कि मंदिर के भीतर के आपके व्यक्तियों का व्यवहार भी ठीक नहीं रहता है। वे खुद काे ही सबकुछ समझते हैं। कलेक्टर फिर बोलने लगे तो सांसद ने रोका और कहा कि आप अभी आए हैं, हम इस व्यस्था के मारे परेशान है।
नियमों का पालन केवल हम राजनीतिक लोग ही क्यों करे? हमारे वरिष्ठ नेता नरेंद्रसिंह तोमर आए तो उन्होंने कतार में लगकर दर्शन किए। अमित शाहजी आए तो वे भी बाहर से ही दर्शन करके चले गए। क्या नियम सिर्फ राजनीतिक लोगों के लिए ही है, अधिकारियों व उनके परिवारों के लिए नहीं? प्रशासक सोनी बोले की सोला की जो व्यवस्था है, वह पूर्व की ही व परंपरागत है। बावजूद हम इस विषय को मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में रखेंगे। जो भी तय होगा, वैसा करेंगे। महापौर टटवाल ने सुझाव दिया कि सोला स्वैच्छिक होना चाहिए।
जल संसाधन के ईई का वेतन काटने के निर्देश
बैठक में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री कमल कुंवाल के अनुपस्थित रहने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कुंवाल का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। बैठक में सांसद ने नर्मदा घाटी परियोजना, अमृत मिशन, स्मार्ट सिटी, नगर निगम, महाकालेश्वर मंदिर, श्रम विभाग, नवोदय विद्यालय, स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, किसान कल्याण, जिला पंचायत एवं अन्य विभागों की समीक्षा की। निगमायुक्त रोशनकुमार सिंह, अपर कलेक्टर मृणाल मीना, सीईओ स्मार्ट सिटी आशीष पाठक आदि मौजूद रहे।
रात्रिकालीन मार्केट शुरू किया जाएगा, सशुल्क दर्शन करने वालों को प्रसादी का पैकेट देंगे
- शहर में श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुविधा के लिए रात्रिकालीन बाजार शुरू किया जाएगा। साथ ही पार्किंग स्थल भी बढ़ाएंगे।
- सशुल्क दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर प्रबंध समिति की तरफ से प्रसादी का पैकेट दिया जाएगा।
- जो भी होटल, लॉज व धर्मशाला श्रद्धालुओं से अधिक राशि वसूल रहे हैं, वे कार्रवाई के दायरे में आएंगे।
- श्री महाकाल महालोक को मेंटेन करवाने के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी।
- भैरवगढ़ क्षेत्र में सिंहस्थ भूमि से अतिक्रमण हटाए जाएंगे।
- इसके अलावा मेला क्षेत्र के बायपास मार्ग के भी अतिक्रमण हटाए जाएंगे।
- बिजली कंपनी द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने के बाद पुराने मीटर की जांच करके आंकलित खपत के बिल बनाए जा रहे हैं। इसकी जांच करवाई जाएगी।
- वैश्य टेकरी काे पर्यटन की दृष्टि से विकसित करेंगे। उज्जैन को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में आगे बढ़ाने का काम होगा।
- एमआर-5 मार्ग से ट्रेचिंग ग्राउंड अन्य जगह स्थानांतरित किया जाएगा। यहां की जमीन पर अतिक्रमण करने वाले पर व जिम्मेदार दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
- मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन का प्रस्ताव बनाया जाएगा।