पांच देशों की न्यू डेवलपमेंट बैंक से मिली राशि, दो साल में 11 स्थानों पर बनेंगे 12 मीटर चौड़े ब्रिज

उज्जैन  :-  75 करोड़ से 12 मीटर चौड़े 11 ब्रिज बनेंगे

सेतु निगम सर्वे पूरा करवा चुका है। अब इनके टेंडर जारी किए जाएंगे। ठेका प्रक्रिया पूरी होने व बारिश के बाद ब्रिज के काम शुरू करवा दिए जाएंगे।

यह होगा फायदा – बारिश में कालीसिंध सहित नदी-नाले उफान पर रहने से आवागमन बंद हो जाता है। ब्रिज बनने से झालावाड़, कोटा, आगर के राहगीर आ-जा सकेंगे।

31 ब्रिज बनेंगे – संभाग में कुल 31 ब्रिज बनाए जाएंगे। इनके लिए न्यू डेवलपमेंट बैंक से 226 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। जल्द ही ब्रिज का काम शुरू किया जाएगा।

जैथल, पाट में भी बनेंगे पुल

  • उज्जैन-आगर रोड पर जैथल, पाट में छोटी काली सिंध नदी पर व उल्टा नाला पर तीन ब्रिज बनाए जाएंगे।
  • रूपाखेड़ी में काली सिंध नदी पर, तराना-कनासिया में पिलर नदी पर तथा खाकरी सुल्तान, पानखेड़ी, दरगाह नाला व विजयागंज मंडी के समीप उज्जैन की ओर छह ब्रिज बनेंगे।
  • तराना-कानीपुरा रोड पर व लसुड़िया बेचर में दो ब्रिज बनाए जाएंगे।

आगर रोड, तराना-कानीपुरा सहित 11 स्थानों पर ब्रिज बनाए जाएंगे। इन्हें आने वाले 20 सालों के ट्रैफिक के मान से तैयार किया जाएगा ताकि वाहन बढ़े भी तो आवागमन में आसानी रहे। सभी ब्रिज नदी पर बनाए जाएंगे, जो 12 मीटर चौड़े होंगे। (आमतौर पर ब्रिज की चौड़ाई 8.4 मीटर रखी जाती है) भारत, चीन, रूस, साउथ अफ्रीका व ब्राजील ने मिलकर बैंक न्यू डेवलपमेंट बैंक बनाई है, जिससे ब्रिज के लिए करीब 75 करोड़ रुपए मिले हैं। सेतु निगम के एसडीओ बीडी शर्मा ने बताया ताल से गोगापुर, महिदपुर, घौंसला, तराना, कनासिया, विजयागंज मंडी होते हुए देवास तक के मार्ग को स्टेट हाई-वे घोषित किया है। इस मार्ग पर छह ब्रिज बनाए जाएंगे। आगर रोड पर तीन ब्रिज होंगे। इनसे आवागमन आसान होगा। सेतु निगम इनके टेंडर करने जा रहा है। एक ब्रिज पर करीब 6.8 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बारिश के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। कार्य पूरा करने का टारगेट 22 से 24 माह रखा है।

बारिश बाद काम होगा शुरू

जिले में नदी और नालों पर 11 ब्रिज बनाए जाएंगे। टेंडर किए जाएंगे, बारिश बाद काम शुरू होगा। पीजी केलकर, ईई सेतु निगम योजना

 

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