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मलबा हटने के बाद JCB का रुख महाकाल मुख्य द्वार से चौराहे की ओर
महाकाल मंदिर परिसर विस्तार योजना
मकान-दुकान हटने के बाद मैदान नजर आने लगा
उज्जैन।प्रशासन द्वारा महाकालेश्वर मंदिर परिसर विस्तार अंतर्गत मंदिर के सामने स्थित मकान-दुकानों को तोडऩे की कार्रवाई गुरूवार को की गई। यहां तोड़े गये मकानों के मलबे का ढेर पड़ा है। अफसरों ने बताया कि अगली मुहिम महाकाल मंदिर मुख्य द्वार से महाकाल चौराहे की ओर चलाई जायेगी।
महाकालेश्वर मंदिर मुख्य द्वार से चौराहे की ओर मार्ग का चौड़ीकरण प्रस्तावित है। इसके लिये प्रशासन द्वारा मकानों-दुकानों को तोड़ा जाना है। पूर्व में अफसरों द्वारा नपती कराने के बाद दुकानों पर निशान लगाये जा चुके हैं। अफसरों ने बताया कि सेंटर से मार्ग के दोनों ओर समान रूप से चौड़ीकरण किया जाना है।
मुख्य द्वार से चौराहे की ओर अपंग आश्रम की दीवार सहित अनेक दुकानें व होटल भी नपती में आ रहे हैं। प्रशासन द्वारा गुरूवार को मंदिर के सामने स्थित 11 मकान-दुकान तोडऩे की कार्रवाई शुरू की गई जिनमें से 10 मकानों को जमींदोज भी किया गया। यहां अब मलबे के ढेर हैं जिन्हें हटवाने का काम किया जा रहा है। मलबा और मकानों का अन्य सामान खरीदने के लिये अटाले वाले सुबह से यहां सक्रिय नजर आये। पुलिस ने महाकाल मंदिर दर्शन के लिये आने वालों के लिये बेरिकेड्स लगाकर मार्ग परिवर्तित किया है।
गली की दुकानें फ्रंट पर आईं
मंदिर के सामने मकान-दुकानों का अधिग्रहण कर उन्हें तोडऩे के बाद गली में स्थित दुकानें अब फ्रंट पर आ चुकी हैं। जिस गली में लोग कम संख्या में आवागमन करते थे इस कारण यहां दुकानें भी नहीं थीं। लोगों ने घरों में होटलें बनाई हैं अब यह फ्रंट पर आ चुके हैं ऐसे में लोग मकानों को बदलकर दुकानें बनाने की योजना में लगे हैं। जबकि महाकाल मुख्य द्वार से चौराहे की ओर होने वाले सड़क चौड़ीकरण में प्रभावित होने वाले दुकान संचालक अभी असमंजस की स्थिति में है क्योंकि अधिकांश व्यवसाई किराएदार है।
प्रभावित दुकानदारों की वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि महाकाल मंदिर के सामने स्थित करीब 28 दुकान संचालकों के बरोजगार होने पर वैकल्पिक व्यवस्था पर अफसरों द्वारा विचार किया जा रहा है। बताया जाता है कि इन लोगों को त्रिवेणी संग्रहालय की ओर बनने वाली दुकानों में प्राथमिकता दी जा सकती है।