महिला के गले से सोने की चेन चोरी, रिपोर्ट कराने के लिए 6 घंटे इंतजार

महाकाल मंदिर परिसर के ओंकारेश्वर मंदिर की घटना, चेन उड़ाने वाली सीसीटीवी में कैद

फरियादी बोला- पुलिस गुम होने का आवेदन ले रही थी, एफआईआर का कहा तो बिल मांगा….

उज्जैन। एक ओर एसपी द्वारा थाने पर आने वाले फरियादियों को तुरंत न्याय दिलाने की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी ओर एसपी के निर्देशों को तांक पर रखकर पुलिसकर्मियों द्वारा फरियादियों की रिपोर्ट दर्ज करने में ही 6 घंटे से अधिक समय लेने के साथ उन्हें भ्रामक जानकारी देकर परेशान किया जा रहा है। पुलिस की गलत कार्यप्रणाली का शिकार हुए गुजरात के परिवार ने अक्षरविश्व को आपबीती सुनाई और कहा कि हमें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा।

यह था मामला

मिस्त्री राकेश कुमार पिता रतीलाल मिस्त्री निवासी सावरकाठा गुजरात अपनी पत्नी हेमाबेन व अन्य परिजनों के साथ महाकालेश्वर मंदिर दर्शन करने आए थे। राकेश ने बताया 11 बजे मंदिर में प्रवेश किया था। 11.30 पर ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन कर रहे थे उसी दौरान भीड़ में आई तीन महिलाओं में से एक ने पत्नी हैमाबेन के गले में सोने का पैंडल लगी चेन दांतों से काटकर चोरी कर ली। जानकारी लगते ही चौकी पर गये जहां से थाने भेजा गया। पुलिसकर्मियों ने सीसीटीवी फुटेज चेक किये जिसमें चोरी की वारदात का पता चला साथ ही दांतों से चेन काटने वाली महिला का चेहरा भी स्पष्ट दिख रहा था। यदि पुलिस चाहती तो उसी समय सर्चिंग अभियान चलाकर चोरी करने वाली महिला को पकड़ सकती थी। उक्त महिला मंदिर परिसर में12.30 बजे तक मौजूद थी।

आभूषण डेढ़ लाख के, एफआईआर में कीमत 30 हजार रुपए लिखी

राकेश मिस्त्री ने बताया कि सोने की चेन और उसमें लगे पैंडल का वजन 18 ग्राम से अधिक था जिसकी वर्तमान कीमत डेढ़ लाख से अधिक है, लेकिन पुलिस ने एफआईआर में चेन का उल्लेख करते हुए कीमत मात्र 30 हजार रुपये ही लिखी है। पुलिस कीमत पर विश्वास करने को तैयार ही नहीं थी।

इनका कहना

मैं शाम 6 बजे थाने आया था, मैंने ही उक्त लोगों से पूछा कि क्या हुआ है। उन्होंने चेन चोरी की बात बताई जिसे थाना प्रभारी को अवगत कराते हुए तुरंत एफआईआर दर्ज की गई। मैंने बिल की मांग नहीं की थी। हालांकि एफआईआर के पूर्व चोरी हुए सामान का बिल प्रस्तुत करने पर कार्रवाई में आसानी होती है।
अनिल ठाकुर, एसआई महाकाल थाना

पुलिस ने पहले आवेदन लिखवाया, रिपोर्ट साहब के आने पर लिखी

राकेश मिस्त्री ने बताया कि महाकाल थाने पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने चेन गुम होने का आवेदन लिखवाया। हमने चोरी की एफआईआर लिखने को कहा तो पुलिस ने कहा कि चोरी गई चेन का बिल लाना पड़ेगा तब एफआईआर करेंगे। मिस्त्री के अनुसार जब हमने चोरी की एफआईआर दर्ज करने की जिद की तो जवाब मिला कि टीआई साहब से पूछकर एफआईआर करेंगे। टीआई शाम 6 बजे बाद थाने आये। मिस्त्री ने बताया कि टीआई साहब ने अच्छे से बात की और तुरंत एफआईआर के निर्देश भी दिये।

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