मौसम का हाल:24 घंटों में 2.04 इंच, सड़कों पर तालाब सा नजारा; डेम में आया 14 दिन सप्लाई का पानी

  • छोटा पुल फिर जलमग्न, अगले तीन दिन भी तेज बारिश के आसार
  • गऊघाट तक नर्मदा पानी लाने का काम 3 माह में पूरा होगा, गर्मी में नहीं होगा जलसंकट

बंगाल की खाड़ी से बने सिस्टम के असर से शहर में बीते 24 घंटों के भीतर 2.04 इंच बारिश हुई। सोमवार-मंगलवार की रात हुई तेज बारिश के बाद दोपहर को भी एक घंटे तक तेज बारिश का दौर चला। इससे शहर की कई सड़कों पर एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया और सड़क पर तालाब जैसा नजारा दिखाई देने लगा। गंभीर डेम में भी 113 एमसीएफटी पानी बढ़ गया। इससे पूरे शहर को 14 दिन पानी की सप्लाई की जा सकती है।मंगलवार दोपहर तेज बारिश के कारण नईसड़क, केडी गेट चौराहा, ढाबा रोड, दानीगेट, हनुमान नाका, चामुंडा माता चौराहा सहित कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया।

शाम को फिर रिमझिम का दौर शुरू हो गया, जो देर रात तक चलता रहा। जीवाजी वेधशाला में मंगलवार शाम तक 24 घंटों के भीतर 51 मिमी बारिश दर्ज की गई। वेधशाला में कुल 532 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। बीते 24 घंटों में जिले में भी औसत 9.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले में अब तक कुल औसत 507.2 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। इधर, आसपास के क्षेत्रों में हो रही तेज बारिश की वजह से शिप्रा नदी में भी उफान आना शुरू हो गया और शाम तक नदी का पानी छोटे पुल को पार कर गया। मौसम विज्ञान केंद्र भोपाल के राडार प्रभारी डॉ. वेदप्रकाश ने बताया बंगाल की खाड़ी से बने सिस्टम का असर अभी बना हुआ है। इससे बुधवार से अगले तीन दिनों तक उज्जैन जिले के अधिकांश हिस्सों में तेज बारिश होने की संभावना है।

लाल मस्जिद क्षेत्र में जर्जर मकान ढहा

सोमवार-मंगलवार की रात तेज बारिश के कारण लाल मस्जिद क्षेत्र में जर्जर मकान ढह गया। हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। जर्जर मकान कई समय से खाली पड़ा था। निगम की टीम ने जर्जर मकान को पूरी तरह गिरा दिया।

गऊघाट तक नर्मदा पानी लाने का काम 3 माह में पूरा होगा, गर्मी में नहीं होगा जलसंकट

महापौर मुकेश टटवाल, अध्यक्ष कलावती यादव सहित पार्षदों के साथ गंभीर डेम पहुंचे। यहां बिल्वकेश्वर महादेव का पूजन कर अच्छी बारिश और गंभीर डेम के पूर्ण क्षमता के भरने की प्रार्थना की। महापौर ने कहा गऊघाट तक नर्मदा का पानी लाने की योजना पर जल्द काम शुरू होगा, जिसे तीन माह में पूरा कर लिया जाएगा। नर्मदा गऊघाट से कनेक्शन होने के बाद गर्मी के दिनों में जलसंकट नहीं होगा।

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