श्रीराम कथा की जगह को लेकर विवाद

उज्जैन । आगर रोड स्थित सामाजिक न्याय परिसर में २८ मार्च से ५ अप्रैल तक होने वाली श्रीराम कथा एवं राम जन्मोत्सव पर्व को लेकर सोमवार सुबह विवाद गहरा गया। विवाद कथा की जगह को लेकर हुआ। दरअसल, सामाजिक न्याय परिसर को ए और बी सेक्टर में बांटा गया है। ए सेक्टर पर विराट हिंदू युवा संगम परिवार द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन कर उस पर पांडाल निर्माण किया जा रहा है, जबकि मप्र गुजराती सेन समाज ने पहले ही इस जगह पर विवाह समारोह के लिए अनुमति ले रखी है और कथा आयोजकों को प्रशासन ने बी सेक्टर की अनुमति दी है। बावजूद इसके ए सेक्टर पर ध्वज स्थापना कर पांडाल निर्माण किया जा रहा है।

इस पर मप्र गुजराती सेन समाज अध्यक्ष नंदकिशोर वर्मा ने शिकायती आवेदन देकर आपत्ति जताई है जिसके बाद सोमवार सुबह एसडीएम क्षितिज शर्मा व पुलिस बल सामाजिक न्याय परिसर पहुंचा और आयोजकों को उस जगह से हटने के लिए कहा। इससे कथा आयोजकों में हड़कंप मच गया। इसके बाद पांडाल हटाए जाने की कार्रवाई शुरू हुई।

प्रशासन ने नहीं दी जानकारी
कथा आयोजक अभिजीत शर्मा ने बताया प्रशासन की गलती का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। तैयारियों में काफी रुपए खर्च हो चुके हैं और ध्वज स्थापना भी हो चुकी है। ऐसे में दूसरी जगह कैसे जा सकते हैं। जब हमने आवेदन किया था तब हमें प्रशासन ने जानकारी नहीं दी थी कि यहां पर ३ से ५ अप्रैल तक मप्र गुजराती सेन समाज का सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन होने वाला है। प्रशासन ने हम से १० हजार रुपए जमा करवाए।

हमें लगा स्वीकृति मिल गई है इसलिए कथा की तैयारियां ए सेक्टर पर शुरू कर दी। अब प्रशासन पांडाल हटवा रहा है। अभी हमारी विराट हिंदू युवा संगम परिवार के पदाधिकारियों की ऊपर बात चल रही है। यदि वहां से स्वीकृति मिलती है तो यहीं पर कथा की जाएगी। यदि प्रशासन हठधर्मिता करता है तो हम चक्काजाम, धरना प्रदर्शन करेंगे लेकिन कथा अब यहीं होगी।

अध्यक्ष ने दिया था शिकायती आवेदन
मप्र गुजराती सेन समाज न्यास के अध्यक्ष ने २५ मार्च को थाना देवासगेट में दिए शिकायती आवेदन में बताया था कि ३ से ५ अप्रैल तक सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए सामाजिक न्याय परिसर के ए सेक्टर की अनुमति दी गई है लेकिन बी सेक्टर पक्ष द्वारा ए सेक्टर पर अतिक्रमण कर रहे हैं और समझाइश देने पर गाली-गलौच कर रहे हैं।

बी सेक्टर की अनुमति भी निरस्त
एसडीएम ने टीआई देवासगेट के प्रतिवेदन एवं मप्र गुजराती सेन समाज न्याय अध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत आवेदन पर विचार करने के बाद कथा आयोजक अभिजीत शर्मा बी सेक्टर के लिए दी गई अनुमति भी निरस्त कर दी गई है।

अब यदि आयोजक ए सेक्टर से अतिक्रमण हटाकर सेन समाज को आवंटित भूमि पर कोई व्यवधान उत्पन्न नहीं करने के आशय का शपथ पत्र देता है तो निरस्त की गई अनुमति पर पुन: विचार किया जा सकता है।

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