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श्री महाकालेश्वर भगवान की शाही सवारी आज:आज शहनाई गूंजेगी, घुड़सवार दल आगे चलेंगे
सोमवार को महाकाल की आखिरी सवारी निकाली जाएगी। शाही सवारी के मौके पर पारंपरिक उद्घोषक, तोपची, सलामी गार्ड, घुड़सवार दल, संगीतमय धुन के साथ पुलिस बैंड, पुराने युग का आभास कराती नगाड़ों की थाप, गूंजती शहनाई, पुजारी, पुरोहित गण, अधिकारी गण आदि सवारी के साथ चलेंगे।
भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारियों के क्रम में सातवीं सवारी (शाही सवारी) सोमवार को निकलने वाली सवारी में भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर चांदी की पालकी में विराजित होकर संपूर्ण राजसी ठाट-बाट के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे।
सवारी मार्ग पर मंदिर समिति के माध्यम से जगह-जगह पर तैयारी के साथ सजावट शुरू कर दी गई है। सवारी मार्ग को आकर्षक बनाने के लिये आधुनिक सजावट के से सुन्दर व भव्य बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मंदिर परिसर को भी फूलों के बंदनवार, तोरण से सजाया जा रहा है। बाबा श्री महाकालेश्वर के नगर भ्रमण के दौरान संपूर्ण सवारी मार्ग में फूलों व रंगों से रंगोलियां, जगह-जगह पर आतिशबाजी, रंगबिरंगे ध्वज, छत्रियां आदि से सजाया जा रहा है। जगह-जगह पर आधुनिक तकनीक पायरो के माध्यम से आतिशबाजी व पुष्प वर्षा की जाएगी।
सप्तधान मुखारविंद व घटाटोप भी आज ही रथ में सवार होंगे –
श्री मनमहेश हाथी पर और श्री शिव-तांडव, श्री उमा-महेश, श्री घटाटोप, श्री सप्तधान मुखारविन्द व श्री होल्कर स्टेट का मुखारविन्द रथ पर विराजित होकर भक्तों को दर्शन देंगे। कोविड -19 के प्रोटोकॉल के तहत शाही सवारी में भी सवारी का स्वरूप गतवर्षानुसार ही रहेगा।
बदले हुए रूट से ही निकलेगी सवारी –
सभामंडप में पूजन के बाद पालकी मुख्य द्वार से श्री बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से होकर नृसिंह घाट रोड, सिद्धाश्रम के सामने से शिप्रा तट रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां शिप्रा के जल से बाबा श्री महाकालेश्वर के अभिषेक पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि पाल से हरसिद्धि मंदिर पर मां हरसिद्धि व बाबा महाकाल की आरती के बाद श्री बड़ा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए श्री महाकालेश्वर मंदिर वापस आयेगी।
सवारी में ये लोग ही हो सकेंगे शामिल –
सवारी के दौरान सभामंडप में प्रवेश वर्जित रहेगा। सवारी में केवल पालकी उठाने वाले कहार, पुजारी, पुरोहित, पुलिस, मंदिर समिति के ड्यूटीरत कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। सजावट हेतु अनुमति प्राप्त संस्था के अतिरिक्त बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश निषेध रहेगा। रामघाट व सवारी मार्ग में आमजन का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। रामघाट पूजा स्थल पर केवल पुजारी, पुरोहित ही रहेंगे। व्यवस्था में लगे सभी लोगों को अनिवार्यत: मास्क धारण करने व समय-समय पर सेनेटाईजर का उपयोग करते रहने हेतु निर्देश दिये गये है। सवारी में सीमित संख्या में अधिकृत व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे।
लाइव प्रसारण के लिए यहां क्लिक करें –
मंदिर प्रबंध समिति की वेबसाईट www.mahakaleshwar.nic.in व सभी स्थानीय चैनलों एवं फेसबुक पेज पर भगवान की सवारी का सीधा प्रसारण किया जावेगा।