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सुविधा फिर शुरू:चरक में जून अंत से आंखों के ऑपरेशन शुरू होने की उम्मीद
कोरोना वार्ड बनाए जाने से चरक अस्पताल में आंखों के ऑपरेशन बंद कर दिए गए थे। अब कोरोना वार्ड खाली होने से यहां पुन: आंखों का इलाज व ऑपरेशन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। उम्मीद है कि जून के अंत से लोगों को यह सुविधा चरक में मिलने लगेगी। चरक अस्पताल की पांचवीं मंजिल पर बना कोरोना वार्ड अब पुन: आई वार्ड में तब्दील किया जा रहा है। अंधत्व निवारण के नोडल अधिकारी डॉ. नीलेश चंदेल ने बताया कि चूंकि लंबे समय तक इस वार्ड में कोरोना मरीज भर्ती रहे लिहाजा इसे संक्रमण मुक्त करवाया जा रहा है। इसके तहत पूरे वार्ड व ओटी की साफ-सफाई के बाद सैनिटाइज किया गया।
इसके बाद फिविगेशन करवाया जा रहा है। ये पूरी तरह से सुरक्षित हो गए हैं या नहीं इसकी जांच माइक्रो बायोलॉजिस्ट करेंगे। वे इनके कल्चर की रिपोर्ट सौंपेंगे। वार्ड की कम से कम एक रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही यहां आंखों के मरीजों को भर्ती रखा जा सकेगा। जबकि ओटी की लगातार दो कल्चर रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उसे शुरू किया जा सकेगा।
हर महीने 200 रोगियों के नि:शुल्क होते थे मोतियाबिंद के ऑपरेशन
चरक के आई वार्ड में हर महीने औसतन 200 लोगों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन नि:शुल्क होते थे। कोरोना काल में यह सुविधा बंद हुई तो जरूरतमंदों को निजी अस्पतालों में रुपए देकर इलाज व ऑपरेशन करवाने को मजबूर होना पड़ा है। डॉ. चंदेल ने बताया कि जून-जुलाई में तो कम ही ऑपरेशन होते हैं अगस्त से मरीज बढ़ जाते हैं।