- एडीएम अनुकूल जैन बने महाकाल मंदिर प्रशासक, पहले भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी; शासन का आदेश आने तक देखेंगे कार्य ...
- भस्म आरती: महाकालेश्वर मंदिर में जयकारों के बीच हुई बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती, राजा स्वरूप में किया गया भगवान का दिव्य श्रृंगार!
- प्रयागराज कुंभ के लिए मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण! हरिद्वार से आए निरंजनी अखाड़ा प्रमुख ने मुख्यमंत्री यादव से की भेंट, उज्जैन में साधु-संतों के लिए भूमि आवंटन निर्णय को स्वामी कैलाशानंद ने बताया प्रशंसनीय
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग-चंदन और रजत मुकुट के साथ सजे बाबा महाकाल, भक्तों ने किए अद्भुत दर्शन
- महाकाल के दर पर पहुंचे बी प्राक, भस्म आरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल की भक्ति में दिखे लीन, मंगलनाथ मंदिर में भी की पूजा
चांदी के रथ में प्रभु, हाथी पर तपस्वी और साफे में निकली महिलाएं
तुर्मास में 30 दिन बिना अन्न सिर्फ जल लेकर कठोर तपस्या करने वाली 15 वर्ष की नुपूर कोचर व परिवार की सुनीता कोचर का जैन समाज ने शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर इंदिरानगर से वरघोड़ा निकाला। वरघोड़े में चांदी के रथ में प्रभु व हाथी पर तपस्वी निकले। महिलाएं साफा पहनकर प्रभु भक्ति में लीन होकर नृत्य करते चल रही थीं।
वरघोड़ा मकोड़ियाआम में श्रीवर्धन परिसर पहुंचकर समाप्त हुआ, जहां साध्वी शीलपूर्णा श्रीजी, चेतनप्रज्ञा श्रीजी व शीलर|ा श्रीजी की निश्रा में धर्मसभा हुई।