आॅटो चालक की ईमानदारी, कर्नाटक की महिला का रुपयों से भरा बैग लौटाया

इस दौर में जहां सड़क पर पड़ा सामान उठाने से लोग नहीं चूकते वहीं एक ऑटो चालक ने इमानदारी की मिसाल पेश की। ऑटो में छूटे बैग को लेकर वह सवारी को खोजता रहा। करीब एक घंटे की तलाश के बाद सवारी मिल गई। उसे बैग लौटा दिया। बैग में 10 हजार रुपए, दो मोबाइल, एटीएम कार्ड व कपड़े आदि थे।

लालबाई फूलबाई मंदिर के पास रहने वाले चंपालाल घुंगराले ऑटो चालक हैं।  उन्होंने रेलवे स्टेशन से कर्नाटक से आईं रेणुका स्वामी के परिवार को बैठाया। उन्हें महाकाल मंदिर के पास छोड़ दिया। मंदिर के पास उतरते समय रेणुका का एक बैग ऑटो में ही छूट गया। चंपालाल भी ऑटो लेकर दूसरी सवारी की तलाश में निकल गए। कुछ देर बाद उनकी निगाह ऑटो में छूटे बैग पर पड़ी। उन्होंने सोचा कि कर्नाटक के परिवार को आखिरी सवारी के रूप में महाकाल मंदिर के पास छोड़ा था। हो न हो बैग उन्हीं का होगा। यही सोचते हुए वे महाकाल मंदिर पहुंच गए।

करीब एक घंटे तक तलाशने के बाद परिवार मंदिर के पास ही मिल गया। बैग मिलने से रेणुका की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने चंपालाल को धन्यवाद दिया। इससे पहले रेणुका ने बैग छूटने का आवेदन महाकाल थाने में दे दिया था। चंपालाल को लेकर रेणुका थाने पहुंची और उसकी इमानदारी की प्रशंसा की। पुलिस ने भी चंपालाल की पीठ थपथपाई।

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