उज्जैन:शादी में कार ले जाने पर अधेड़ की पीटकर हत्या

घटना के दो दिन बाद पुलिस ने किया प्राणघातक हमले व हत्या का प्रकरण दर्ज

डॉक्टरों की पैनल करेगी शव का पीएम

उज्जैन। सार्थक नगर में रहने वाले अधेड़ की पड़ोसी युवक ने शादी में कार ले जाने की बात को लेकर हत्या कर दी। घटना 8 दिसम्बर की थी जिसमें पुलिस ने 10 दिसम्बर को प्राणघातक हमले व हत्या का प्रकरण दर्ज किया। मामला संदिग्ध होने पर डॉक्टरों की पैनल द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।

इसलिये बना मामला संदिग्ध
मुकेश भटनागर मारपीट में घायल हुए तो परिजन उन्हें जिला चिकित्सालय ले गये जहां उनका प्रारंभिक उपचार हुआ। यहां एमएलसी बनाई गई। परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले गये फिर तबियत ठीक होने पर घर भी ले गये। इस पूरे घटनाक्रम में कहीं भी पुलिस को सूचना या प्रकरण दर्ज कराने की बात सामने नहीं आई जबकि नियमानुसार जिला चिकित्सालय में एमएलसी दर्ज होते ही तुरंत संबंधित थाने को अस्पताल कर्मचारियों द्वारा सूचना दी जाती है। इस पर नीलगंगा टीआई रविन्द्र यादव का कहना है कि अस्पताल कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना नहीं दी इस कारण मारपीट का मामला थाने तक नहीं पहुंचा।

बीच बचाव करने आया था पिता
नीलगंगा पुलिस ने बताया कि नवनीत पिता मुकेश भटनागर 24 वर्ष निवासी सार्थक नगर की 7 दिसम्बर को शादी थी। नई बहू को गार्डन से घर लाने के लिये नवनीत का दोस्त आशु अपने भाई की कार लेकर गया। दूसरे दिन आशु का भाई गोलू नवनीत के घर पहुंचा और शादी में कार ले जाने की बात को लेकर विवाद के बाद मारपीट शुरू कर दी। बेटे को पिटता देख उसके पिता मुकेश भटनागर 48 वर्ष बीच बचाव करने आये तो गोलू ने मुकेश भटनागर की पिटाई शुरू कर दी। घायल होने पर मुकेश भटनागर को परिजन पहले जिला चिकित्सालय ले गये जहां से प्रारंभिक उपचार के बाद निजी अस्पताल ले गये। वहां तबियत ठीक होने पर मुकेश भटनागर घर लौट गये लेकिन वापस तबियत बिगड़ी तो दूसरे निजी अस्पताल में परिजनों ने भर्ती कराया जहां उनकी मृत्यु हो गई।

इलाज चल रहा था इसलिये रिपोर्ट नहीं की
मामले में फरियादी नवनीत भटनागर ने पुलिस को बयान दिये हैं कि पिताजी का अस्पताल में ईलाज चल रहा था इसलिये रिपोर्ट नहीं की, जबकि उपचार के बाद परिजन उन्हें घर ले गये और अगले दिन तबियत बिगडऩे पर पुन: दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया। नीलगंगा टीआई यादव ने कहा कि डॉक्टरों की पैनल से शव का पीएम कराया जा रहा है। साथ ही निजी अस्पताल के डॉक्टरों से भी चर्चा की गई है। जिनका कहना है कि पेट में डंडे से पिटाई किए जाने के कारण गंभीर चोंटे आई थी।

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