राष्ट्रीय बाल कला उत्सव 2016 में शास्त्रीय नृत्य कथक में प्रथम और उपशास्त्रीय नृत्य में द्वितीय स्थान प्राप्त कर शहर का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरवांवित करने वाली अवनि शुक्ला को समस्त नृत्य विधाओं में श्रेष्ठ प्रस्तुति के लिए नर्दनामणि के अंतरराष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह आयाेजन 10 नवंबर को भारतीय संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार सोसायटी फाॅर द अपलिफ्टमेंट ऑफ नेशनल आर्ट्स दिल्ली और तमिल संगम के संयाेजन में किया गया था। पिता रवि कुमार शुक्ला ने बताया जूनियर वर्ग में यह अवार्ड प्राप्त करने वाली वे मप्र की पहली कलाकार हैं। इस शृंखला में सीनियर वर्ग में पारसमणि अवार्ड से बिरजू महाराज को अलंकृत किया गया है।

पद्मजा रघुवंशी के निर्देशन में प्रशिक्षण ले रही अवनि सेंट मेरीज स्कूल में कक्षा 8वीं की छात्रा है। 3 वर्ष की आयु से वह प्रतिभा संगीत व नृत्यकला संस्थान से कथक नृत्य सीख रही हैं। उन्हें भारत सरकार के सी.सी.आर.टी संस्कृति मंत्रालय द्वारा कथक नृत्य विधा में श्रेष्ठ प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। हाल ही में अभा कालिदास समारोह में प्रस्तुति के साथ ही अभा सांस्कृतिक संघ पुणे द्वारा कोलंबो श्रीलंका के लिए उनका चयन हुआ है।

राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिले ये अवार्ड

अवनि छोटी उम्र में ही कई पुरस्कार अपने नाम कर चुकी हैं। सितंबर 2016 में इंटरनेशनल थियेटर ओलंपियाड, कटक में नेशनल नृत्य भारती अवार्ड। जनवरी 2016 में 7वां कटक महोत्सव, उड़ीसा में नेशनल नृत्यश्री 2016 अवार्ड। 2015 में अंतरराष्ट्रीय किरण महोत्सव, कटनी में नृत्यबालश्री अवार्ड में स्वर्ण, रजत पदक के साथ 15000 और 10000 की राशि। विशिष्ट कला सम्मान, विद्यार्थी विकास मंच, एलन कॅरियर इंस्टिट्यूट इंदौर। मालवा के फनकार-2016 सम्मान। संभागीय बाल भवन, उज्जैन के मानसून मैजिक 2016 प्रतियोगिता में प्रथम स्थान। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति एवं जिला प्रशासन के उमा-सांझी महोत्सव-2016 में कथक नृत्य प्रस्तुति के लिए प्रशस्ति पत्र। लोक शिक्षण संचालनालय मप्र शासन भोपाल द्वारा आयोजित राष्ट्रीय राज्यस्तरीय बालरंग-2014-15 प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार।

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