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महाकाल की दानपेटियों से नवम्बर माह में 43 लाख 59 हजार रूपये की आय हुई
श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में विभिन्न स्थानों में 71 दान भेंट पेटियां रखी गई हैं। इन दान भेंट पेटियों में महाकाल मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं के द्वारा अपनी श्रद्धा अनुसार दानराशि डाली जाती है। पिछले नवम्बर माह में अलग-अलग तिथियों में दान भेंट पेटियों की गणना उपरान्त 43 लाख 59 हजार 734 रूपये मन्दिर समिति को प्राप्त हुए। इसी प्रकार इस माह दिसम्बर की 2 तारीख को गर्भगृह की दान भेंट पेटी की गणना के दौरान तीन लाख 96 हजार 358 रूपये और 6 दिसम्बर को नन्दीहॉल की दान भेंट पेटी से तीन लाख 60 हजार 827 रूपये प्राप्त हुए।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं संयुक्त कलेक्टर श्री रजनीश कसेरा ने यह जानकारी देते हुए अवगत कराया कि 2 नवम्बर को गर्भगृह की दान भेंट पेटी से दो लाख 96 हजार पांच रूपये, 3 नवम्बर को नन्दीहॉल की दान भेंट पेटी से एक लाख 39 हजार 216 रूपये, 5 नवम्बर को पुन: नन्दीहॉल की दानपेटी से दो लाख 64 हजार 468 रूपये, 7 नवम्बर को रेलिंग शिप्रा शुद्धीकरण दान भेंट पेटी से 63 हजार 627 रूपये, 11 नवम्बर को गर्भगृह की दान भेंट पेटी से पांच लाख 82 हजार 587 रूपये, 21 नवम्बर को गर्भगृह की ही दानपेटी में से चार लाख 25 हजार 807 रूपये, 22 नवम्बर को नन्दीहॉल की दान भेंट पेटी में से आठ लाख 66 हजार 337 रूपये की मन्दिर समिति को आय प्राप्त हुई है। इसी प्रकार 23 नवम्बर को गर्भगृह की दानपेटी में से दो लाख 52 हजार 672 रूपये एवं नन्दीहॉल की दान भेंट पेटी में से दो लाख 75 हजार 806 रूपये, 24 नवम्बर को तिलक प्रसाद एवं रैम्प आदि कुल आठ दान भेंट पेटियों में से तीन लाख 36 हजार 168 रूपये, 25 नवम्बर को गणपति मण्डप में अलग-अलग रखी चार दान भेंट पेटियों में से चार लाख 82 हजार 206 रूपये, 28 नवम्बर को गणपति मण्डप में अलग-अलग स्थानों में रखी गई कुल सात दान भेंट पेटियों में से तीन लाख 21 हजार 513 रूपये तथा 29 नवम्बर को स्वप्नेश्वर मन्दिर परिसर स्थित दान भेंट पेटी से 53 हजार 322 रूपये की आय मन्दिर समिति को हुई है। इस प्रकार नवम्बर माह में कुल 43 लाख 59 हजार 734 रूपये दान पेटियों में से प्राप्त हुए हैं। इसी तरह 2 दिसम्बर को गर्भगृह की दान भेंट पेटी में से तीन लाख 96 हजार 358 रूपये और 6 दिसम्बर को नन्दीहॉल की दान भेंट पेटी में से तीन लाख 60 हजार 827 रूपये की मन्दिर समिति को आय प्राप्त हुई है।
पारदर्शिता के लिये नवीन गणना कक्ष शीघ्र बनेगा
श्री महाकालेश्वर मन्दिर करोड़ों लोगों की श्रद्धा एवं आस्था का केन्द्र है। श्रद्धालुओं की सुविधा का मन्दिर समिति द्वारा विशेष ध्यान रखा जाता है। श्रद्धालुओं को आसानी से एवं सुलभता से भगवान महाकाल के दर्शन हो सके, इसके लिये पृथक-पृथक व्यवस्था है। श्रद्धालुओं के द्वारा महाकाल मन्दिर परिसर में विभिन्न स्थानों पर रखी गई दान भेंट पेटियों में दानराशि भेंट की जाती है। दान भेंट पेटियां भर जाने पर समय-समय पर उन्हें मन्दिर समिति के द्वारा नियुक्त पदाधिकारियों की उपस्थिति में खोलकर गणना की जाती है। राशि की गणना में पारदर्शिता हो, इस हेतु गेट नम्बर-5 पुराने सर्वर कक्ष के समीप लगभग 25 गुणा 18 का कांच का सर्वसुविधायुक्त नवीन गणना कक्ष शीघ्र बनाया जायेगा। इसके टेण्डर की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। कार्य एक-दो दिन में शीघ्र प्रारम्भ हो जायेगा। प्रशासक कसेरा ने सम्बन्धित एजेन्सी को निर्देश दिये हैं कि वह नवीन गणना कक्ष के निर्माण में गुणवत्ता का अनिवार्य रूप से ध्यान दिया जाये।
नवम्बर माह में 17150 श्रद्धालुओं ने रसीद कटवाकर दर्शन लाभ लिया
छह दिन में ढाई हजार श्रद्धालुओं ने रसीद कटवाई
श्री महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य द्वार पुलिस चौकी के समीप 151 रूपये के रसीद काउंटर से भक्तगण रसीद कटवाकर विशेष दर्शन लाभ प्राप्त करते हैं। 151 की रसीद लेकर श्रद्धालु पुलिस चौकी के वीआईपी गेट से होकर दर्शन के लिये जाते हैं। नवम्बर माह में इस प्रकार की व्यवस्था से 17 हजार 150 श्रद्धालुओं ने 151 रूपये की रसीद कटवाकर भगवान महाकाल के दर्शन लाभ लिये हैं। इससे मन्दिर प्रबंध समिति को 25 लाख 89 हजार 650 रूपये की आय प्राप्त हुई है। इसी तरह एक दिसम्बर से 6 दिसम्बर तक नौ हजार 500 भक्तों ने 151 रूपये की रसीद कटवाकर भगवान महाकाल के दर्शन कर पुण्यलाभ कमाया। रसीद से तीन लाख 77 हजार 500 रूपये की मन्दिर समिति को आय प्राप्त हुई है।