- एडीएम अनुकूल जैन बने महाकाल मंदिर प्रशासक, पहले भी संभाल चुके हैं जिम्मेदारी; शासन का आदेश आने तक देखेंगे कार्य ...
- भस्म आरती: महाकालेश्वर मंदिर में जयकारों के बीच हुई बाबा महाकाल की दिव्य भस्म आरती, राजा स्वरूप में किया गया भगवान का दिव्य श्रृंगार!
- प्रयागराज कुंभ के लिए मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण! हरिद्वार से आए निरंजनी अखाड़ा प्रमुख ने मुख्यमंत्री यादव से की भेंट, उज्जैन में साधु-संतों के लिए भूमि आवंटन निर्णय को स्वामी कैलाशानंद ने बताया प्रशंसनीय
- भस्म आरती: मस्तक पर भांग-चंदन और रजत मुकुट के साथ सजे बाबा महाकाल, भक्तों ने किए अद्भुत दर्शन
- महाकाल के दर पर पहुंचे बी प्राक, भस्म आरती में शामिल होकर लिया आशीर्वाद; करीब दो घंटे तक भगवान महाकाल की भक्ति में दिखे लीन, मंगलनाथ मंदिर में भी की पूजा
TV देखकर स्टंट करने के चक्कर में बालक ने बेल्ट से लगा ली फांसी, मौत
बड़े भाई ने लटका देखा, शव उतारकर अस्पताल लाये परिजन
उज्जैन।गोंसा दरवाजा क्षेत्र में रहने वाला बालक बीती शाम दूसरी मंजिल स्थित कमरे में टीवी देख रहा था। दरवाजा अंदर से बंद था। बालक टीवी देखते हुए स्टंट कर रहा था। उसने खिड़की के सरिये में बेल्ट बांधा, गली में फंदा डाला और स्टंट के चक्कर में फांसी लगा ली जिससे उसकी मृत्यु हो गई। जीवाजीगंज पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया है।
शयान पिता नदीम एहमद 12 वर्ष निवासी गोंसा दरवाजा स्टंट करने का आदी था।वह टीवी पर आने वाले कलाकारों की नकल उतारता था। बीती शाम शयान की मां शाईना बी किचन में खाना बना रही थी। बड़ा भाई मेहराज भी नीचे के कमरे में था। शयान दूसरी मंजिल स्थित कमरे में गया। दरवाजा बंद कर टीवी देखने लगा। इसी बीच शयान ने टीवी में आ रहे स्टंट की नकल उतरना शुरू की। उसके परिजनों ने बताया कि शयान ने खिड़की के सरिये में बेल्ट लगाकर स्टंट के चक्कर में फंदा गले में डाला, फांसी लगने से उसकी मृत्यु हो गई। बड़ा भाई मेहराज उसके कमरे में पहुंचा तो भाई को फंदे पर लटका देखा। परिजन शव उतारकर जिला चिकित्सालय लाये जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद बालक को मृत घोषित कर दिया।
सुबह 7 वीं का रिजल्ट आया अच्छे नंबरों से पास हुआ था
परिजनों ने बताया कि वह यूपीएस में 7 वीं का छात्र था। सुबह उसका रिजल्ट आया था जिसमें अच्छे नंबरों से पास हुआ था। उसके पिता नदीम एहमद देवास में शासकीय शिक्षक हैं।
परिजन रहें अलर्ट…टीवी पर दिखाये जाने वाले कार्यक्रमों और फिल्मों की शूटिंग के दौरान प्रशिक्षित लोग साथ होते हैं। ऐसे दृश्यों की घर में बच्चे अकेले में पुनर्रावृत्ति न करें। परिजन बच्चों को अपने साथ बैठाकर ही टीवी, मोबाइल, लेपटाप का उपयोग करने दें।