महाकाल मंदिर में वीआईपी कल्चर की बात सीएम तक

प्रदेश की संस्कृति, पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर सोमवार शाम महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंची। उन्होंने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पहली बेरिकेटिंग से दर्शन कर सन्देश दिया कि मंदिर में कोई भी वीआईपी नहीं है। महाकाल मंदिर बीते कुछ दिनों से वीआईपी कल्चर के लिए सुर्खियों में है। जिसके बाद अब उषा ठाकुर ने कहा कि वीआईपी कल्चर की बात सीएम शिवराज सिंह चौहान से की है और उन्होंने भी सहमति दी है की जल्द ही मंदिर से वीआईपी कल्चर खत्म होना चाहिए। मंत्री उषा ठाकुर श्रावण माह के बाद भादौ माह के पहले सोमवार को बाबा महाकाल के दर्शन करने देर शाम उज्जैन पहुंची थी, जहां उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बेरिकेटिंग के बाहर से बाबा महाकाल के दर्शन किए। दूर से ही पुजारी ने पूजन व अभिषेक करवाया। मंत्री उषा ठाकुर ने मंदिर में करीब 45 मिनट का समय बिताया। उन्होंने कहा सीएम से महाकाल मंदिर में वीआईपी कल्चर खत्म करने को लेकर बात की है। महाकाल मंदिर में सब भक्त हैं, कोई वीआईपी और कोई साधारण नहीं। डेढ़ वर्षों से गर्भ गृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगी रोक पर भी कहा यदि खोलेंगे तो सबके लिए खोलेंगे। ठाकुर ने उज्जैन में देश विरोधी नारे पर कहा कि इस देश का संविधान अपने आप में मजबूत है। देश विरोधी बख्शे नहीं जाएंगे उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल महाकाल मंदिर में कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक आकाश विजयवर्गीय सहित अन्य बीजेपी नेताओं ने प्रतिबंध के बावजूद भस्म आरती से पहले महाकाल मंदिर के दर्शन किए थे, जिसे लेकर काफी हंगामा मचा था। इसके ठीक दो दिन बाद इंदौर बीजेपी नेता गोलू शुक्ला के बेटे का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह गर्भगृह के पास खड़ा होकर सेल्फी लेता नजर आया था। जिसके बाद मंदिर प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी।

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