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उज्जैन में 81% को पहला डोज लगा:18 से अधिक उम्र के शत प्रतिशत लोगों को इसी माह टीका लगाने का लक्ष्य
उज्जैन में वैक्सीनेशन का काम शतप्रतिशत होने को है। कलेक्टर आशीषसिंह ने कहा है कि अगला एक महीना वैक्सीनेशन के लिए महत्वपूर्ण है। दरअसल अब तक जिले की 81 फीसदी आबादी वैक्सीन लगवा चुकी है। शेष 19 प्रतिशत में वे लोग हैं जो या तो वैक्सीनेशन केंद्र तक नहीं आ सकते या शहर से के बाहर हैं या वे हैं जो लगवाना नहीं चाहते। स्वास्थ्य महकमा यह दावा कर रहा है कि शत प्रतिशत यानी 15 लाख 95 हजार 838 में से सभी को वैक्सीन नहीं लगाया जा सकता।
बहरहाल शेष 19 फीसदी लोगों में से विकलांगों और अशक्त लोगों को घर पर जाकर वैक्सीन लगाने के आदेश कलेक्टर आशीषसिंह ने दे दिए हैं। कुछ लोगों को फोन करके सूचना दे रहे हैं, रिमाइंड भी करा रहे हैं। शासन के बाद कलेक्टर ने भी आदेश जारी कर दिए हैं कि अब जिले में रोजाना वैक्सीन लगेंगे। हालांकि ऐसे लोग जिन्हें कई बीमारियों की कॉम्प्लीकेशन हैं वे चिकित्सक की सलाह पर ही वैक्सीन लगवाएंगे। ऐसे में शत प्रतिशत टारगेट से कुछ पीछे रह सकते हैं। हालांकि जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. केसी परमार का मानना है कि वैक्सीनेशन लगातार चलने वाली प्रक्रिया है।
दूसरा डोज भी चुनौती –
जून माह में जिन लोगों ने पहला डोज लिया था, उनका दूसरा डोज भी इसी महीने लगना है। ऐसे 1 लाख 6 हजार लोग हैं, जिन्हें दूसरा डोज लगना है। साथ ही दो लाख से अधिक ऐसे लोग हैं, जिन्हें पहला डोज लगना अभी शेष है। यानी इस माह रोजाना करीब 10 हजार से ज्यादा वैक्सीन का इंतजाम करना होगा।
इधर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का दावा है कि वैक्सीन सप्लाय में पहले से काफी सुधार हुआ है और वैक्सीन सप्लाय में किसी तरह की परेशानी नहीं है, लेकन यही सप्लाय व्यवस्था बनी रही तो ही हम इस माह शत प्रतिशत के करीब वैक्सीन लगा सकेंगे। साथ ही जिन्हें दूसरा डोज लगना है उन्हें भी लगा सकेंगे।
अगले महीने आएंगे बच्चों के टीके, इसलिए सितंबर में ही टारगेट पूरा करेगा महकमा –
दरअसल जून से लेकर अब तक बड़ी आबादी को कोरोना के टीके लग चुके हैं। माना जा रहा है कि अक्टूबर माह से बच्चों के टीके भी आ सकते हैं। ऐसे में प्रशासन के लिए जरूरी है कि 18 और इससे अधिक उम्र के लोगों को इसी महीने टीके लग जाएं। ताकि अगले महीने से प्रशासन और स्वास्थ्य अमला बच्चों के टीके पर ध्यान दे सके।
कलेक्टर बोले डोर टू डोर सर्वे करें –
कलेक्टर आशीषसिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में डोर टू डोर सर्वे करने व वेक्सीनेशन से छूटे हुए लोगों की सूची बनाई जाएगी। अब हमें किसी और टीकाकरण महाअभियान का इंतजार करने की जरुरत नहीं है। अब प्रतिदिन वेक्सीनेशन किया जाएगा।
कलेक्टर ने टीकाकरण सत्र ऐसे क्षेत्रों में आयोजित करने के लिये कहा है जहां टारगेट पूरे नहीं हुए हैं। उज्जैन में आईईसी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर वेक्सीनेशन से छूटे हुए लोगों की सूची बनाने को कहा है। टीकाकरण के पात्र लोगों में से जिले के ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न तहसीलों में 90 से 94 प्रतिशत तक वेक्सीनेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है। कलेक्टर ने कहा कि उज्जैन नगरीय क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जाएगा।