विक्रम की स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं 22 जुलाई से:प्राइवेट और रेगुलर मिलाकर करीब 45 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे

उज्जैन। लंबे समय बाद पहली बार प्रथम वर्ष की परीक्षा जुलाई माह में शुरू होंगी। इस बार द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं पहले संपन्न करा ली गई। स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं 22 जुलाई से प्रारंभ हो रही है। हालांकि इस बार प्राइवेट और रेगुलर छात्रों की संख्या में कमी हुई है। इस बार करीब 45 हजार से अधिक विद्यार्थी प्रथम वर्ष की परीक्षा में शामिल होंगे।

विक्रम विद्यालय के वार्षिक पद्धति की परीक्षाओं में यह पहला मौका है कि स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षाएं जुलाई महीना भी आधा बीत जाने के बाद शुरू होगी। विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने बीए बीकॉम बीएससी बीएचएससी प्रथम वर्ष रेगुलर और प्राइवेट की परीक्षाएं 22 जुलाई से शुरू करने की तैयारी कर ली है। परीक्षा विभाग ने परीक्षाओं का टाइम टेबल भी तैयार किया है। प्रथम वर्ष की परीक्षा 3 सत्र में सुबह 7 से 10 दोपहर 11 से 2 और अपराहन 3 से 6 तक संचालित होंगी। हालांकि अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा का टाइम टेबल जारी नहीं किया है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार परीक्षा कार्यक्रम निर्धारित हो चुका है। परीक्षा में देरी से होने के कारण परीक्षाओं के बीच ज्यादा गेम भी नहीं दिया गया है। जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम सभी कॉलेजों और परीक्षा केंद्रों पर भेजने के साथ ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी अपलोड किया जाएगा।

इस बार स्नातक प्रथम वर्ष में परीक्षार्थियों की संख्या घटी

विक्रम विश्वविद्यालय की स्नातक प्रथम वर्ष की प्राइवेट और रेगुलर के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं में यह पहला अवसर है कि जब परीक्षार्थियों की संख्या कम होगी। इस बार बताया गया है कि बीए बीकॉम बीएससी और बीएचएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा के लिए प्राइवेट और रेगुलर छात्रों को मिलाकर कुल जमा 45 हजार से कुछ अधिक विद्यार्थियों की संख्या हो रही है। जबकि पूर्व वर्षों की स्थिति देखें तो प्राइवेट और रेगुलर परीक्षार्थियों की संख्या 65 हजार से अधिक होती थी।

विक्रम परी क्षेत्र में परीक्षा के लिए 62 केंद्र बनाए

विक्रम विद्यालय द्वारा आयोजित की जा रही स्नातक स्तर की प्रथम वर्ष की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण भी हो गया है। विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षेत्र के अंतर्गत सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों को मिलाकर कुल 62 केंद्र परीक्षा के लिए बनाए गए हैं। निर्धारित केंद्रों पर तीन पाली में परीक्षाएं संचालित होगी।

परीक्षा देरी से तो परिणाम भी सितंबर अक्टूबर तक आएगा

इस बार विक्रम विश्वविद्यालय नहीं प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी स्नातक स्तर की प्रथम वर्ष की परीक्षाओं में देरी हुई है। ऐसे में विश्वविद्यालय के एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार अध्यापन कार्य नहीं हो पाएगा। कारण है कि जुलाई अंतिम सप्ताह में परीक्षा आयोजित हो रही है। परीक्षाओं का संचालन अगस्त तक चलेगा। ऐसे में जाहिर है कि प्रथम वर्ष के परिणाम सितंबर अंतिम सप्ताह या अक्टूबर तक घोषित हो पाएंगे।

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